आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "तौबा"
सूफ़ी लेख के संबंधित परिणाम "तौबा"
सूफ़ी लेख
हज़रत शरफ़ुद्दीन अहमद मनेरी रहमतुल्लाह अ’लैह
तौबाः-तौबा के तीन मरातिब हैं: 1 अ’वाम की तौबा इसलिए होती है कि वो अपने नफ़्स
सूफ़ीनामा आर्काइव
सूफ़ी लेख
शैख़ फ़रीदुद्दीन अत्तार और शैख़ सनआँ की कहानी
आँ ग़ुबार अकनूं ज़े रह बरख़ास्तस्त ।तौबा बनशिस्त-ओ-गुनाह बरख़ास्तस्त ।।
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
हज़रत शाह-ए-दौला साहब-मोहम्मदुद्दीन फ़ौक़
दर जवानी तौबा कर्दन शेव:-ए-पैग़म्बरीस्तवक़्त-ए-पीरी गुर्ग-ए-ज़ालिम मी-शवद परहेज़गार
सूफ़ी
सूफ़ी लेख
उर्स के दौरान होने वाले तरही मुशायरे की एक झलक
एक हम हैं कि तमाशों में सहर करते हैंअब ना तौबा है ना तक़्वा है ना पास-ए-मज़हब
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
दाता गंज-बख़्श शैख़ अ'ली हुज्वेरी
अव़्वलः तौबा गुनाहों को खा जाती है।दोउमः झूट रिज़्क़ को चट कर जाती है।
डाॅ. ज़ुहूरुल हसन शारिब
सूफ़ी लेख
तल्क़ीन-ए-मुरीदीन-हज़रत शैख़ शहाबुद्दीन सुहरवर्दी
(दर-हक़ीक़त ये है कि ईमान लाने वाले बंदे बस वही हैं जो ईमान लाए अल्लाह और
सूफ़ीनामा आर्काइव
सूफ़ी लेख
बक़ा-ए-इंसानियत के सिलसिला में सूफ़िया का तरीक़ा-ए-कार- मौलाना जलालुद्दीन अ’ब्दुल मतीन फ़िरंगी महल्ली
फ़क़ीर ने इस मक़ाला में अंबिया को सूफ़ियों का सरदार लिखा है और मोहम्मद सल्लल्लाहु अ’लैहि
मुनादी
सूफ़ी लेख
शैख़ हुसामुद्दीन मानिकपूरी
(2)रिसाला-ए-महविया- ये एक मुख़्तसर रिसाला है। जैसा कि इस के नाम से ज़ाहिर है इस में
उमैर हुसामी
सूफ़ी लेख
औघट शाह वारसी और उनका कलाम
देवा शरीफ़ पहुँच कर आप वहां के वातावरण से बड़े प्रभावित हुए. आप ने हज़रत वारिस
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
शैख़ सा’दी का तख़ल्लुस किस सा’द के नाम पर है ?
शैख़ ने अपनी दस्तार दूसरे ख़्याल से क़व्वाल को इनाय’त फ़रमाई कि ऐसे मुरब्बी उस्ताद की
एजाज़ हुसैन ख़ान
सूफ़ी लेख
तसव़्वुफ-ए-इस्लाम - मैकश अकबराबादी
इस्लाम में तौहीद ही अस्ल उसूल है बाक़ी तमाम अर्कान-ओ-इ’बादात उसकी फ़रअ’ हैं।तसव्वुफ़ में भी तौहीद
मयकश अकबराबादी
सूफ़ी लेख
बहादुर शाह और फूल वालों की सैर
अब क्या पूछते हो गर्म पकवान आ रहा है, खा रहे हैं झूला झोल रहे हैं।