आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "दरवेशी"
सूफ़ी लेख के संबंधित परिणाम "दरवेशी"
सूफ़ी लेख
मयकश अकबराबादी जीवन और शाइरी
मोहम्मद अ’ली शाह मयकश अकबराबादी को सूफ़ियाना संस्कार विरासत में मिला और आपका ख़ानदान क़ादरी सिलसिले
सुमन मिश्र
सूफ़ी लेख
समकालीन खाद्य संकट और ख़ानक़ाही रिवायात
आप खाना बहुत कम तनाउल फ़रमाते।रियाज़त के ज़माने में लगातार सात-सात दिन तक रोज़े रखते और
रहबर मिस्बाही
सूफ़ी लेख
Sheikh Naseeruddin Chiragh-e-Dehli
जी हाँ ! दरबान से जवाब दिया । बिलकुल यही वजह है । तुमने सूफ़ियों का
सुमन मिश्र
सूफ़ी लेख
हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया-अपने पीर-ओ-मुर्शिद की बारगाह में
(मुझे मौलाना बद्रुद्दीन इस्हाक़ से सख़्त मुहब्बत थी। तमाम मआ’मलात में जो मुझे पेश आते थे
निसार अहमद फ़ारूक़ी
सूफ़ी लेख
हज़रत मख़दूम अशरफ़ जहाँगीर सिमनानी के जलीलुल-क़द्र ख़ुलफ़ा - सय्यद मौसूफ़ अशरफ़ अशरफ़ी
आप अमीर के एक दरबारी थे।हज़रत ग़ौसुल-आ’लम अपनी सियाहत के ज़माना में याग़िस्तान पहुँचे तो अमीर
सूफ़ीनामा आर्काइव
सूफ़ी लेख
हज़रत शैख़ बू-अ’ली शाह क़लंदर
“ऐसा हलीम-ओ-बुर्दबार बादशाह इस मुआ’मला में मश्वरों को सुनने की ताक़त न पैदा कर सका और
सूफ़ीनामा आर्काइव
सूफ़ी लेख
हज़रत मीराँ जी शम्सुल-उ’श्शाक़
यहाँ उनके कलाम से ज़ियादा मिसालें पेश करने का महल नहीं है लेकिन इन चंद अश्आ’र
निसार अहमद फ़ारूक़ी
सूफ़ी लेख
याद रखना फ़साना हैं ये लोग - डॉक्टर ज़ाकिर हुसैन ख़ाँ
हम आवाज़-ए-जरस की तर्ह से तन्हा भटकते हैं।।
एक और चीज़ जिसने ज़फ़र को मक़्बूल-ओ-महबूब बनाया वो