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सूफ़ी लेख
हज़रत शाह-ए-दौला साहब-मोहम्मदुद्दीन फ़ौक़
एक मज़दूर को दो-चंद मज़दूरीःआ’म तौर पर मशहूर है कि हर चंद आपके पास सीम-ओ-ज़र न
सूफ़ी
सूफ़ी लेख
बाबा फ़रीद के श्लोक- महमूद नियाज़ी
आँ कज़ शकर नमक कुनद अज़ नमक शकरएक रिवायत ये भी मशहूर है कि हज़रत बाबा
मुनादी
सूफ़ी लेख
ज़िक्र-ए-मुबारक ख़्वाजा फ़रीद-उल-हक़ वद्दीन
नक़्ल है जब आप अपनी वालिदा साहिबा के शिकम में आए, वालिदा साहिबा हुज़ूर की दिन