आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "रवा"
सूफ़ी लेख के संबंधित परिणाम "रवा"
सूफ़ी लेख
हज़रत शैख़ बू-अ’ली शाह क़लंदर
सालहा शुद अज़ तु मी-ख़्वाहम तुराहाजतम रा चूँ नमी-साज़ी रवा
सूफ़ीनामा आर्काइव
सूफ़ी लेख
हिन्दुस्तानी क़व्वाली के विभिन्न प्रकार
तमाम ख़ल्क़ के हाजत-रवा की चादर हैनबी के लाल की मौला अ’ली के जानी की
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
बेदम शाह वारसी और उनका कलाम
अमीर-ए-शहर-ए-विलायत करीम इब्न-ए-करीमतमाम ख़ल्क़ के हाजत-रवा की चादर है
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
चिश्तिया सिलसिला की ता’लीम और उसकी तर्वीज-ओ-इशाअ’त में हज़रत गेसू दराज़ का हिस्सा
ख़लीक़ अहमद निज़ामी
सूफ़ी लेख
फ़िरदौसी - सय्यद रज़ा क़ासिमी हुसैनाबादी
फ़ारसी शाइ’री में उसने इंतिहाई कमाल पैदा किया, जिसके सुबूत में उसकी मशहूर-ए-आ’लम नज़्म शाह-नामा एक
ज़माना
सूफ़ी लेख
समकालीन खाद्य संकट और ख़ानक़ाही रिवायात
आप फ़रमाते हैः “कि एक मर्तबा मैं इ’राक़ में दुनिया को हासिल करने और उसे (हाजत-मंदों
रहबर मिस्बाही
सूफ़ी लेख
बक़ा-ए-इन्सानियत में सूफ़ियों का हिस्सा (हज़रत शाह तुराब अ’ली क़लंदर काकोरवी के हवाला से) - डॉक्टर मसऊ’द अनवर अ’लवी
मुनादी
सूफ़ी लेख
हज़रत शैख़ अबुल हसन अ’ली हुज्वेरी रहमतुल्लाह अ’लैहि
2. दूसरी ये कि वो दुनिया की जाह-ओ-हशमत से मुँह मोड़ कर ख़ुदा की जानिब मशग़ूल
सूफ़ीनामा आर्काइव
सूफ़ी लेख
समाअ’ और आदाब-ए-समाअ’- मुल्ला वाहिदी देहलवी
‘त-लअ’ल बद्रु अ’लैना’ (अलख़)ई’द के दिन का गाना पहले बयान किया जा चुका है। दो दोस्त
मुनादी
सूफ़ी लेख
हज़रत शैख़ अ’लाउ’द्दीन क़ुरैशी-ग्वालियर में नवीं सदी हिज्री के शैख़-ए-तरीक़त और सिल्सिला-ए-चिश्तिया के बानी - सरदार रज़ा मुहम्मद
हिन्दुस्तान की तारीख़ में ग्वालियर को जो अहमियत हासिल है वो अर्बाब-ए-नज़र से पोशीदा नहीं। ये