आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "सख़ावत"
सूफ़ी लेख के संबंधित परिणाम "सख़ावत"
सूफ़ी लेख
चिश्तिया सिलसिला की ता’लीम और उसकी तर्वीज-ओ-इशाअ’त में हज़रत गेसू दराज़ का हिस्सा
ख़लीक़ अहमद निज़ामी
सूफ़ी लेख
दाता गंज-बख़्श शैख़ अ'ली हुज्वेरी
हफ़्तुम: पशेमानी सख़ावत को खा जाती है।हश्तुमः तकब्बुर ’इल्म को खा लेता है।
डाॅ. ज़ुहूरुल हसन शारिब
सूफ़ी लेख
शम्स तबरेज़ी - ज़ियाउद्दीन अहमद ख़ां बर्नी
एक दीवान जिसमें तक़रीबन पचास हज़ार अश्आ’र हैं शम्स तबरेज़ के नाम से मंसूब किया जाता
ख़्वाजा हसन निज़ामी
सूफ़ी लेख
हज़रत शैख़ अबुल हसन अ’ली हुज्वेरी रहमतुल्लाह अ’लैहि
छट्ठा हिजाब ज़कात है, जो ईमान का जुज़्व है।इस से रु-गर्दानी जाइज़ नहीं।सालिक को ज़कात में
सूफ़ीनामा आर्काइव
सूफ़ी लेख
हज़रत शाह-ए-दौला साहब-मोहम्मदुद्दीन फ़ौक़
अल्लाह तआ’ल की हिक्मतों को समझना,अल्लाह वालों ही का काम है।मियाँ घमान भी शाह सय्यदा साहब
सूफ़ी
सूफ़ी लेख
हिन्दुस्तानी तहज़ीब की तश्कील में अमीर ख़ुसरो का हिस्सा - मुनाज़िर आ’शिक़ हरगानवी
जब हम हिन्दुस्तान की तहज़ीब का मुतालिआ’ करते हैं तो देखते हैं कि तरह तरह के
फ़रोग़-ए-उर्दू
सूफ़ी लेख
अमीर ख़ुसरो और इन्सान-दोस्ती - डॉक्टर ज़हीर अहमद सिद्दीक़ी
ने पय-ए-बाज़ीचः ब-दीद आमदीख़ुसरो ने जिसको अपनी ज़िंदगी और शाइ’री का मस्लक क़रार दिया वो उनका
फ़रोग़-ए-उर्दू
सूफ़ी लेख
ज़िक्र-ए-ख़ैर : ख़्वाजा अमजद हुसैन नक़्शबंदी
हिन्दुस्तान में ख़ानक़ाहें और बारगाहें कसरत से वजूद में आईं जहाँ शब ओ रोज़ बंदगान ए
रय्यान अबुलउलाई
सूफ़ी लेख
ज़िक्र-ए-खैर : हज़रत शाह अय्यूब अब्दाली
आमदम बर-सर ए मतलब! हज़रत शाह अब्दुल क़ादिर अबुल उलाई के बिरादर-ज़ादा और हज़रत सय्यद शाह
रय्यान अबुलउलाई
सूफ़ी लेख
मसनवी की कहानियाँ -5
जब उस ग़ुलाम की फ़िरासत का इम्तिहान ले चुका तो दूसरे को पास बुलाया। बादशाह ने