परिणाम "महशर"
Tap the Advanced Search Filter button to refine your searches
ऐ फ़ित्ना-ए-हर-महफ़िल ऐ महशर-ए-तन्हाईले फिर तिरा नाम आया ले फिर तिरी याद आई
ग़ुल हुआ देख के महशर में तड़पना मेराइ'श्क़-ए-अहमद में हुआ हाल तमाशा मेरा
कोई मुश्किल था महशर में तुम्हें क़ातिल बना देनामगर कुछ सोच कर रहम आ गया जाओ दु'आ देना
रोज़-ए-महशर सुर्ख़़रु होने का अरमाँ चाहिएदिल में जोश-ए-उल्फ़त-ए-शाह-ए-शहीदाँ चाहिए
जब उन के आस्ताँ पे न महशर बपा हुआफैलाए नैन-ए-शौक़ वो सज्दा ही क्या हुआ
सुनते हैं कि महशर में फिर जल्वा-गरी होगीक्या शाख़-ए-तमन्ना फिर इक बार हरी होगी
जो न यहाँ देखे तुम कोमहशर में भी अंधा हो
महशर में होगी सामने उन के'उज़्र-ए-मोहब्बत हर 'उज़्र-ख़्वाही
मज़ा आ जाएगा महशर में कुछ सुनने सुनाने काज़बाँ होगी हमारी और कहानी आप की होगी
मैं इस अंदाज़ से महशर में आयामिरे आगे मिरी रुस्वाइयाँ हैं
जब गुनहगार महशर मा जैहैं कभीलाज हमरे जिया की बचय्यो कभी
मुंतज़िर हश्र में है दामन-ए-तरमहर-ए-महशर की मेहरबानी का
हमें दोगे इन’आम क्या रोज़-ए-महशरजो हम बात बिगड़ी बनाएँ तुम्हारी
क़ुर्बान ऐसी शान-ए-करीमी के जाइएमहशर में रहमतों का समुंदर उबल पड़ा
यहाँ क्या है महशर में मा'लूम होगातुम्हें शो'ला-रू यूँ जलाना किसी का
गुनाहगार हूँ मैं वाइ'ज़ो तुम्हें क्या फ़िक्रमिरा मुआ'मला छोड़ो शफ़ी-ए-महशर पर
ज़ाहिद उम्मीद है हमें दोज़ख़ की आग सेमहशर के रोज़ हज़रत-ए-मौला बचाएँगे
करेगी दावर-ए-महशर को शर्मसार इक रोज़किताब-ए-सूफ़ी-ओ-मुल्ला की सादा-औराक़ी
नज़र बहकी बहकी, क़दम डगमगाए,वो फ़ित्ने जगाते चले आ रहे हैंसलामत रहे उन की महशर ख़िरामी मुबारक हो ऐ दिल तुझे पाएमाली
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
Urdu poetry, urdu shayari, shayari in urdu, poetry in urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books