परिणाम "chaak"
Tap the Advanced Search Filter button to refine your searches
दिल चाक सीना चाक जिगर चाक अल-फ़िराक़हम हो गए हैं चाक-ए-गिरेबाँ तिरे बग़ैर
हमेशा मैं ने गरेबाँ को चाक चाक कियातमाम उम्र रफ़ूगर रहे रफ़ू करते
जो न देख सकता हो चाक दामनी मेरीचाक पर्दा-ए-इस्याँ कब उसे गवारा है
ये दामन-ए-सद-चाक है वो सीना-ए-सदचाकफूलों की तरफ़ ताक अनादिल की तरफ़ देख
उलझन में पड़ गया है दिल चाक-चाक हो करशाना से आज कोई ज़ुल्फ़ें बना रहा है
क्या कोई बज़्म-ए-हसीं ज़ेर-ए-ज़मीं और भी हैफूल क्यूँ चाक-ए-जिगर चाक-ए-गरेबाँ निकले
चाक मत कर जैब बे-अय्याम-ए-गुलकुछ उधर का भी इशारा चाहिए
क़बाएँ चाक तो करते रहेंगे दीवानेकभी बहार से पहले कभी बहार के बा'द
तू अगर अपना बना लेता मुझे मेरे सनमक्यूँ मोहब्बत मेरा चाक-ए-गरेबाँ होता
ऐ ज़ब्त-ए-दिल ये कैसी क़यामत गुज़र गईदीवानगी में चाक गरेबान हो गया
पिया से संदेसा मोरा कहियो जाए रेकभी हो गरेबाँ चाक सहरा को निकलता हूँ
कौन गुल चेहरा-ए-रंगीं का नहीं दीवानाबाग़ ग़ुंचा है तिरे चाक गरेबानों का
कनआँ में भी नसीब हुई ख़ुद-दरीदगीचाक-ए-क़बा को दस्त-ए-ज़ुलेख़ा नहीं मिला
फिर वज़-ए-एहतियात से रुकने लगा है दमबरसों हुए हैं चाक गरेबाँ किए हुए
हज़रत-ए-यूसुफ़ ने अच्छा गुल खिलाया मिस्र मेंचाक-दामानी से पैदा पाक-दामानी हुई
सिर्फ़ ग़म ख़ाक-बसर चाक-ए-गरेबाँ मुज़्तरक़ाबिल-ए-रहम है सूरत तेरे दीवाने की
कुछ दावा-ए-तमकीं में है माज़ूर भी ज़ाहिदमस्ती में तुझे चाक-गरेबाँ नहीं देखा
ऐ दोस्त चाक-ए-दामन यूसुफ़ का वास्ताआ जा कभी तो दस्त-ए-ज़ुलेख़ा लिए हुए
एहसाँ किसी का कब है गवारा ब-रंग-ए-गुलहै चाक पैरहन नहीं लेकिन रफ़ू पसंद
पहले 'बेदम' की तरह कोई गरेबान चाक होशौक़ से फिर जल्वा देखे बे-हिजाबाना तिरा
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
Urdu poetry, urdu shayari, shayari in urdu, poetry in urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books