आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "dhun"
Kalaam के संबंधित परिणाम "dhun"
कलाम
नातिक़ लखनवी
कलाम
जले आशियाने जो दिल की तरह चमन से शोर-ए-फ़ुग़ाँ उठाये कहाँ लगी ये कहाँ लगी कि क़फ़स से आज धुआँ उठा
रियाज़ ख़ैराबादी
कलाम
रातीं रत्ती नींद न आवे दिहाँ रहे हैरानी हूआरिफ़ दी गल आरिफ़ जाणे क्या जाणे अफ़्सानी हू
सुल्तान बाहू
कलाम
सईद आरफ़ी
कलाम
आज कुछ इस धुन में छेड़ा मैं ने 'माहिर' साज़-ए-इ’श्क़ज़र्रा-ज़र्रा काक-ए-हस्ती का ग़ज़ल-ख़्वाँ हो गया
माहिरुल क़ादरी
कलाम
ख़याल उन का परे है अर्श-ए-आज़म से कहीं साक़ीग़रज़ कुछ और धुन में इस घड़ी मय-ख़्वार बैठे हैं
इन्शा अल्ला ख़ान
कलाम
तो मैं उजड़े हुए महलों में किस की धुन में जाता हूँशिकस्ता बाम-ओ-दर को किस की ख़ातिर चूम आता हूँ