आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "harf-o-saut-o-sadaa"
Kalaam के संबंधित परिणाम "harf-o-saut-o-sadaa"
कलाम
आशिक़ पढ़न नमाज़ पिरम दी जैं विच हरफ़ न कोई हूजेहा केहा नीत न सक्के उथ दर्दमंद दिल ढोई हू
सुल्तान बाहू
कलाम
जो धड़कन की सदा को नग़्मा-ए-मंज़िल नहीं समझामोहब्बत करने वाले तो मक़ाम-ए-दिल नहीं समझा
फ़ना बुलंदशहरी
कलाम
अज़ल में जो सदा मैं ने सुनी थी कैफ़-ए-मस्ती मेंवही आवाज़ अब तक सुन रहा हूँ साज़-ए-हस्ती में