आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "shah e ghamgeen hazrat ji aur unka kalam abdushshukoor ebooks"
Kalaam के संबंधित परिणाम "shah e ghamgeen hazrat ji aur unka kalam abdushshukoor ebooks"
कलाम
कहाँ जाए नज़र और जाए तो जाए किधर हो करवो ख़ुद बैठे हुए हैं हाइल-ए-हद्द-ए-नज़र हो कर
सीमाब अकबराबादी
कलाम
दीदार की दौलत लुटती है और साइल आते जाते हैंकिस शान से उन के कूचे में ऐ दिल ख़ैरातें होतीं हैं
रियाज़ सुहरावर्दी
कलाम
क्या करे लेके जो हो 'आशिक़-ए-हज़रत जन्नतवा'इज़ा तेरे लिए है ये ग़नीमत जन्नत
महाराजा किशन प्रसाद शाद
कलाम
मैं तुझ को ग़ैर समझता था और ख़ुद को और समझता थापर चश्म-ए-ग़ौर से जब देखा तू और नहीं मैं और नहीं
इम्दाद अ'ली उ'ल्वी
कलाम
नातिक़ लखनवी
कलाम
कामिल शत्तारी
कलाम
आतिश-ए-ग़म किस के बस की है जो मेरे बस की होऔर भड़का लूँ अगर उस को बुझा सकता हूँ मैं