ध्वनि सम्प्रदाय और उसके सिद्धांत नाम की किताब भोला शंकर व्यास ने लिखी है. यह किताब नागरी परिचारिनी सभा, बनारस ने साल 2013 में प्रकाशित की थी। यह किताब देवनागरी भाषा में है। इस पुस्तक में शब्द-शक्ति-विवेचन पर ज़्यादा ध्यान दिया गया है। प्रस्तुत पुस्तक जीवन तथा साहित्य में आनंद की प्रतिष्ठा करने वाला रससिद्धांत इसका प्राण है और इसकी यथार्थ मीमांसा कर ने के लिए वृत्तियों के विशेषत: व्यंजना का विचार नितांत: आवश्यक और उपादेय है।