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ख़त में तहरीर साफ़ था मतलब

मसऊद लखीमपुरी

ख़त में तहरीर साफ़ था मतलब

मसऊद लखीमपुरी

MORE BYमसऊद लखीमपुरी

    ख़त में तहरीर साफ़ था मतलब

    वो समझा मगर मिरा मतलब

    कर गई काम गुफ़्तुगू अपनी

    चार बातों में खुल गया मतलब

    हो गया रो'ब-ए-हुस्न क़ुफ़्ल-ए-दहन

    लब तक अपने सका मतलब

    तसफ़िया हाँ नहीं पे ठहरा है

    किस क़दर सहल है मिरा मतलब

    नाम लेते बे-वफ़ाई का

    तुम समझते अगर मिरा मतलब

    सर पे एहसान-ए-गुफ़्तुगू हुआ

    ख़ामुशी ने अदा किया मतलब

    गुफ़्तुगू क़त्अ मौत ने कर दी

    लीजिए ख़त्म हो गया मतलब

    मद्ह साक़ी की हज़रत-ए-वाइ'ज़

    मैं समझता हूँ आप का मतलब

    कुछ निकला ज़बान से 'मसऊ'द'

    दिल का दिल ही में रह गया मतलब

    स्रोत :
    • पुस्तक : तज़्किरा-ए-शो’रा-ए-उत्तर प्रदेश जिल्द दसवीं (पृष्ठ 287)
    • रचनाकार : इरफ़ान अ’ब्बासी

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