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साँवरिया नहीं आए ’उमरिया बीत गई

तुफ़ैल हुश्यारपुरी

साँवरिया नहीं आए ’उमरिया बीत गई

तुफ़ैल हुश्यारपुरी

MORE BYतुफ़ैल हुश्यारपुरी

    साँवरिया नहीं आए ’उमरिया बीत गई

    राह में नैन बिछाए ’उमरिया बीत गई

    बिन देखे बिन जाने जिन से प्यार किया

    मन में उन्हें समाए ’उमरिया बीत गई

    पथराए हैं रोते-रोते नैन सखी

    याद में उन की हाय ’उमरिया बीत गई

    मन-बसिया वो रसिया निर्मोही निकला

    प्रीत का रोग लगाए ’उमरिया बीत गई

    काग उड़ाऊँ निसदिन बैठी आँगन में

    दरस की आस लगाए ’उमरिया बीत गई

    आशाओं के सारे बंधन टूट गए

    निर-आशा के साए ’उमरिया बीत गई

    पिया मिलन की रैन आई जीवन में

    मन की सेज बिछाए ’उमरिया बीत गई

    नैनन रीत से शायद वो अन-जाने हैं

    जिन से नैन मिलाए ’उमरिया बीत गई

    कब उतरेगा मन से दुख का बोझ 'तुफ़ैल'

    दुख का बोझ उठाए ’उमरिया बीत गई

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