सूफ़ी कहानियाँ
हिकायत से मुराद नज़्म या नस्र में कोई मुख़्तसर क़िस्सा या कहानी है जिसमें किसी अख़लाक़ी नुक्ता हो नुमायां किया गया हो। शेख़ सादी, मौलाना रूमी आदि की हिकायतें प्रसिद्द है।
ख़्वाजा निज़ामुद्दीन औलिया के मुरीद और फ़वाइदुल-फ़ुवाद के जामे’
मशहूर फ़ारसी शाइ’र, मसनवी-ए-मा’नवी, फ़िहि माफ़ीह और दीवान-ए-शम्स तबरेज़ी के मुसन्निफ़, आप दुनिया-भर में अपनी ला-ज़वाल तसनीफ़ मसनवी की ब-दौलत जाने जाते हैं, आपका मज़ार तुर्की में है ।
ईरान के एक बड़े मुअ’ल्लिम, आपकी दो किताबें गुलसिताँ और बोसतां बहुत मशहूर हैं, पहली किताब नस्र में है जबकि दूसरी किताब नज़्म में है