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Sufinama

नक़ाब रुख़ से उठा लो कि 'ईद आई है

अज्ञात

नक़ाब रुख़ से उठा लो कि 'ईद आई है

अज्ञात

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    नक़ाब रुख़ से उठा लो कि 'ईद आई है

    हमें गले से लगा लो कि 'ईद आई है

    नज़र नज़र से मिला लो कि 'ईद आई है

    उसी का जश्न मना लो कि 'ईद आई है

    हमारी बात टालो कि 'ईद आई है

    हमें गले से लगा लो कि 'ईद आई है

    ख़ुशी में 'ईद कि इतना करम तो फ़रमाओ

    गले से चाहने वालों के आके लग जाओ

    'ईद मिलने के बहाने तो पास जाओ

    सहारा प्यार का दे दो हमें तड़पाओ

    हम 'आशिक़ों की दु'आ लो कि 'ईद आई है

    कभी तो बात करो सामने कर दिलबर

    हमें दिखा दो चेहरा-ए-अनवर दिलबर

    'ईद के रोज़ को मिलना भी है बेहतर

    भुला के सारे गिले आज तो हम पर दिलबर

    निगाह लुत्फ़ की डालो कि 'ईद आई है

    'ईद का दिन तो बड़ा ला-जवाब होता है

    सुरूर दिल को 'अजब दस्तियाब होता है

    हर एक चेहरा शगुफ़्ता गुलाब होता है

    'ईद मिलने से तो हासिल सवाब होता है

    सवाब तुम भी कमा लो कि 'ईद आई है

    ख़ुशी से लोग हुए जा रहे हैं दीवाने

    भुला दिए हैं 'अदावत के सारे अफ़्साने

    ख़ुलूस-ओ-प्यार के छलके हुए हैं पैमाने

    ख़ुदा-रा छोड़ दो हारून हर सितम ढाने

    क़रीब अपने बुला लो कि 'ईद आई है

    वो दिल ही क्या तेरे मिलने की जो दु'आ करे

    मैं तुझ को भूल के ज़िंदा रहूँ ख़ुदा करे

    हमें गले से लगा लो कि 'ईद आई है

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