अनीसुल-अर्वाह, मज्लिस (25)
रोचक तथ्य
मल्फ़ूज़ात : ख़्वाजा उसमान हारूनी जामे : ख़्वाजा मुइनुद्दिन चिश्ती
दरवेशों के बारे में गुफ़्तुगू शुरू हुई। आप ने ज़बान-ए-मुबारक से फ़रमाया कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से हदीस में है कि जो शख़्स दरवेशों को खाना खिलाता है वह तमाम गुनाहों से पाक हो जाता है।
फिर फ़रमाया कि तीन किस्म के लोग बहिश्त की तरफ़ नहीं आएँगे। एक झूट बोलने वाला दरवेश ,दूसरा बख़ील दौलत-मंद और तीसरा ख़ियानत करने वाला सौदागर। तीनों को सख़्त अ’ज़ाब होगा। पस जब दरवेश झूटा और दौलत-मंद बख़ील बन जाए और सौदा-गर ख़ियानत करने वाला हो जाए तो ख़ुदावंद ता’ला दुनिया से बरकत उठा लेता है।
फिर फ़रमाया कि जो शख़्स दिन रात में हर नमाज़ के बा’द सूरा-ए-यासीन और आयतुल-कुर्सी एक दफ़अ’ और क़ुल हुवल्लाहु अहद तीन मर्तबा पढ़े तो ख़ुदावंद ता’ला उस के माल और उस की उम्र को ज़ियादा करता है और उस को क़यामत के मीज़ान और पुल-सरात के हिसाब में आसानी होती है।
जूंही ख़्वाजा साहिब ने इन फ़वाइद को ख़त्म क्या, आप याद-ए-इलाही में मशग़ूल हो गए और खिल्क़त और दुआ-गो वापिस चले आए।
अलहम्दु लिल्लाहि अ’ला ज़ालिका
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