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अमीर-ए-दीन-ए-पैग़म्बर अ’ली हैदर अ’ली हैदर

सय्यद फ़ैज़ान वारसी

अमीर-ए-दीन-ए-पैग़म्बर अ’ली हैदर अ’ली हैदर

सय्यद फ़ैज़ान वारसी

MORE BYसय्यद फ़ैज़ान वारसी

    अमीर-ए-दीन-ए-पैग़म्बर अ'ली हैदर अ'ली हैदर

    मिरे मौला मिरे सरवर अ'ली हैदर अ'ली हैदर

    हैं नूर-ए-अहमद-ओ-दावर अ'ली हैदर अ'ली हैदर

    ज़िया-ए-अख़तर-ओ-ख़ावर अ'ली हैदर अ'ली हैदर

    नबी की जाँ अ'ली हैदर नबी का दिल अ'ली हैदर

    नबी की ज़ात का मज़हर अ'ली हैदर अ'ली हैदर

    यही सज्जाद कहते थे यही बाक़र यही जाफ़र

    नबी का नूर है यकसर अ'ली हैदर अ'ली हैदर

    अ'ली हैं इ'ल्म का मम्बा' अ'ली हैं इ'ल्म की मा'दन

    नबी के इ'ल्म का हैं दर अ'ली हैदर अ'ली हैदर

    अ'ली का आ'शिक़-ओ-शैदा मुनाफ़िक़ हो नहीं सकता

    कि हैं ईमान का मेहवर अ'ली हैदर अ'ली हैदर

    बने उम्मत के मौला ये फ़रामीन-ए-नबी सुन लो

    मिरी उम्मत का है रहबर अ'ली हैदर अ'ली हैदर

    इमामत में हैं ये अव्वल सलासिल का हैं ये मसदर

    यही वलियों के हैं सरवर अ'ली हैदर अ'ली हैदर

    अ'ली हैं अफ़ज़ल-ए-उम्मत नबी के बा'द ये सुन लो

    कि ज़हरा के हैं वो शौहर अ'ली हैदर अ'ली हैदर

    कलाम-उल-लाह ख़ुद शाहिद है हैदर की तहारत पर

    वो हैं ततहीर में अतहर अ'ली हैदर अ'ली हैदर

    उहुद हो बद्र हो अहज़ाब हो या ग़ज़्वा-ए-ख़ैबर

    वही ग़ालिब रहे सब पर अ'ली हैदर अ'ली हैदर

    मुक़ाबिल जो भी है आया कभी वो बच नहीं पाया

    ख़ुदा का शेर वो सफ़दर अ'ली हैदर अ'ली हैदर

    नबी के साथ वफ़ाओं का निभाया सिलसिला जिस ने

    अबू-तालिब का वे गौहर अ'ली हैदर अ'ली हैदर

    दुआ' है कम-तरीं फ़ैज़ान भी पहुँचे ज़ियारत को

    नजफ़ का दर खुले उस पर अ'ली हैदर अ'ली हैदर

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