मुरीद-ए-पीर-ए-मुग़ानम दिगर नमी-दानम
मुरीद-ए-पीर-ए-मुग़ानम दिगर नमी-दानम
ख़राब-ए-बाद:-ए-आनम दिगर नमी-दानम
बड़े पीर का मुरीद हूँ, मैं और कुछ नहीं जानता
उस की शराब से मस्त हूँ, मैं और कुछ नहीं जानता
हमीं कि पीर-ए-मुग़ानस्त पीर-ओ-मुर्शिद-ए-मन
बसस्त नाम-ओ-निशानम दिगर नमी-दानम
मार्ग-दर्शन करने वाला मेरा बड़ा पीर काफ़ी है
मेरा नाम और निशान ही काफ़ी है, मैं और कुछ नहीं जानता
ब-दिल चूँ ज़मज़मः-ए-’इश्क़-ए-नाईम ब-दमीद
चू नय ब-शोर-ओ-फ़ुग़ानम दिगर नमी-दानम
दिल को मेरी बाँसुरी ने ‘इश्क़ का संगीत सुनाया है
इसलिए बाँसुरी की तरह शोर मचा रहा हूँ, मैं और कुछ नहीं जानता
शरार-ए-हुस्न-ए-रुख़-ए-दोस्त आतिशम ज़दः अस्त
जुज़ ईं कि सोख़्तः जानम दिगर नमी-दानम
दोस्त के चेहरे के सौन्दर्य की चिंगारी ने मुझमें आग लगा दी है
सिवाए इसके कि मैं प्रेमी हूँ, मैं और कुछ नहीं जानता
दरून-ए-आईन:-ए-ख़्वेश ता-ख़ुदा दीदम
ब-सू-ए-ख़ुद निग्रानम दिगर नमी-दानम
अपने आईने में जब से मैंने ख़ुदा को देखा
मैं ख़ुद अपने को देख रहा हूँ, मैं और कुछ नहीं जानता
ज़-राज़-ए-दहर चे गोयम कि गुमम याराँ
जुज़ ईं कि हेच न-दानम दिगर नमी-दानम
ऐ दोस्तो मैं ज़माने का राज़ क्या बयान करूँ कि मैं ख़ुद गुम हूँ
सिवाए इस के कि मैं कुछ नहीं जानता, मैं और कुछ नहीं जानता
ख़ुदा-परस्ती-ए-मन ता ख़ुदाईम ब-रसानद
फ़ुज़ूँ ज़े-ख़िज़्र बयानम दिगर नमी-दानम
मेरी ख़ुदा-परस्ती ने मुझे मेरे ख़ुदा तक पहुँचा दिया
मैं इहाता-ओ-बयान से बाहर हूँ, मैं और कुछ नहीं जानता
शुनीदःई अगर अज़ मन सला-ए-सुबहानी
तू गुफ़्त:-इ ब-ज़बानम दिगर नमी-दानम
अगर तूने मुझसे पाकी का ऐ’लान सुना है
तो तूने मेरी ज़बान से कहा है, मैं और कुछ नहीं जानता
कमाल-ए-फ़क़्र शुद-अस्त अज़ ज़ुहूर-ए-फ़ख़रुद्दीन
फ़िदा-ए-ऊ दिल-ओ-जानम दिगर नमी दानम
फ़ख़्रउद्दीन के ज़ुहूर से फ़क़्र को कमाल हासिल हुआ
मेरे दिल-ओ-जान उन पर फ़िदा, मैं और कुछ नहीं जानता
ब-याद महव शुदम चूँ हबाब दर दरिया
ज़-चश्म-ए-ख़ल्क़ निहानम दिगर नमी-दानम
मैं महबूब में दरिया के बुलबुले की तरह लीन हो गया
जन मानस की आँखों से छिपा हूँ, मैं और कुछ नहीं जानता
ज़-बे-नियाज़ी-ए-ख़ुद मी-दहम ख़बर ब-'नियाज़'
कि जान-ए-जान-ए-जहानम दिगर नमी-दानम
मैं अपनी बेपरवाही की ख़बर ‘नियाज़’ को दे रहा हूँ
कि तू मेरी दुनिया की जान की जान है, मैं और कुछ नहीं जानता
- पुस्तक : दीवान-ए-नियाज़-ए-बे-नियाज़ (पृष्ठ 83)
- संस्करण : First
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