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Sufinama

ईं क़सीदः हम नतीजः-ए-आँ-ख़ाक-ए-पाक सर्खस़ अस्त

हकीम सनाई

ईं क़सीदः हम नतीजः-ए-आँ-ख़ाक-ए-पाक सर्खस़ अस्त

हकीम सनाई

MORE BYहकीम सनाई

    'सनाई' जेहद कुन ता पेश-ए-सुलतान-ए-ज़मीर

    अज़ गरेबाँ ताज साज़ी वज़ बुन दामन सरीर

    ता बदीं ताज-ओ-सरीर अज़ बहर-ए-मह-रूयान-ए-ग़ैब

    हर ज़मानी नौ-उरूसी अक़्द-बंदी बर ज़मीर

    बा चुनीं ताज-ओ-सरीर अज़ बहर-ए-दारुल-मुल्क सर

    बंद-पाए-ओ-सर-शिम्र ताज-ओ-सरीर उर्दशीर्

    देव हम कासः बुवद बर सुफ़रः ता वहम-ओ-ख़याल

    दर मयान-ए-दीन-ओ-अक़्लत दर सफ़र बाशद सफ़ीर

    जाँ ब-दीन-ओ-अक़्ल देह ता पाक मानद बहर आँक

    विज़्र वर्ज़द जान चू रा अक़ल-ओ-दीं न-बुवद वज़ीर

    ता तू दर ज़ेर-ए-ग़ुबार आरज़ू दारी क़रार

    दर जहान-ए-दिल न-बीनी चश्म-ए-जाँ हरगिज़ क़रीर

    आदमी दर जुम्लः ता अज़ नफ़्स पुर बाशद चू गोज़

    हर ज़मानी आयद अज़ वे देव रा बू-ए-पनीर

    अज़ हिसार बुवद ख़ुद आंगाह बरही कज़ नियाज़

    पाएमाल मस्जिद-ओ-मय-खानः गर्दी चूँ हसीर

    हस्त ता नफ़्स नफ़ीसत बाइस-ए-तालीम-ए-देव

    बुवद हम फ़र्र-ए-फ़र्ज़दक़ दाईयः-ए-जर्र-ए-जरीर

    गर ख़तर दारी ज़े-हक़-दाँ वर न-दारी ज़ू तलब

    कित ज़वाल आयद चू अज़ ख़ुद सू-ए-ख़ुद बाशी ख़तीर

    आफ़ताब-ए-नूरब-ख़्श आंगाह बस्तांदश नूर

    चूँ कुंद दा'वा तमामी पेश-ए-ऊ बद्र-ए-मुनीर

    हस्त आतिश ख़िश्म-ओ-शहवत बुख़्ल-ओ-कीन-ओ-तमअ'-ओ-आज़

    विर्दत ईं बाद अज़ चुनीं आतिश कि अजिर्ना या-मुजीर

    मालिक-ए-ख़ुद बाश हम-चूँ मालिक-ए-दोज़ख़ अज़ आँक

    ता न-गीरद नवज़्दः आ'वांश दर महशर असीर

    वज़ बुरूज-ए-अख़्तराँ ब-गुज़री सू-ए-रिज़वाँ गिराय

    ता आतिश ज़हमत आरद मर तुरा ज़महरीर

    वर्नः ब-गुरेज़ी अज़ ईन-हा बाज़ दारंदत ब-क़हर

    ईं दह-ओ-ना दर जहन्नम वाँ दह-ओ-दो दर असीर

    चार मेख़ चार तबई शहर बंद पंज हिस

    अज़ पय-ए-दो-जहाँ सेह जाणत ज़ाँ ब-मानद अंदर ज़हीर

    बेख़-ए-शहवत बर कुन शाख़-ए-शिरह कि-अन्दर बहिश्त

    ईं न-ख़्वाहद मुर्ग़-ओ-मेवः वानद गर हूर-ओ-हरीर

    दर मुसाफ़-ए-ख़िश्म-ओ-शहवत चश्म-ए-दिल पोशीदः-दार

    कि-अंदरीं मैदाँ ज़े-पैकाँ बे-ज़रर बाशद ज़रीर

    नर्म दार आवाज़ बर इंसाँ चु इंसाँ ज़ाँकि हक़

    अनकरल-अस्वात ख़्वांद अंदर नबी सौतुल-हमीर

    दर नईम-ए-ख़ल्क़-ए-ख़ुद रा ख़ुश सुख़न कुन चूँ तबीब

    दर जहीम-ए-ख़िश्म चूँ गबराँ चे बाशी बा ज़फ़ीर

    मीरी अज़ हिर्सस्त चूँ मोर-ओ-तहव्वुर हम-चू मार

    पस ब-रोज़-ए-हश्र यक रंगनद मोर-ओ-मार-ओ-मीर

    ख़ुद हमः आ'लम नक़ीरे नीस्त पेश-ए-नेक-ओ-बद

    चीस्त ईं चंदीं नक़्क़ार-ओ-नक़्र के बहर-ए-नक़ीर

    इन्क़ियाद आर अर मुसलमानी ब-हुक्म-ए-ऊ अज़ आँक

    बर न-गर्दद ज़े-इज़्तिराब बंद: तक़दीर-ए-क़ादीर

    बर उमीद-ए-रहम-ऊ बर ज़ख़्म-ए-ऊ ज़ारी म-कुन

    कि-अव्वलत ज़ाँ ज़द कि ता आख़िरत ब-नवाज़द चू ज़ेर

    कज़ बराए पुख़्ता गश्तन कर्द आदम रा इलाह

    दर चहल सुब्ह इलाही तीनत पाकश ख़मीर

    ख़मीरत कर्द: दर चल सुब्ह नाईद इलाह

    चूँ तनूरत गर्म शुद आँ कि दर बंदी फ़तीर

    चूँ तुरा दर दिल ज़े-बहर-ए-दोस्त न-बुवद ख़ार-ख़ार

    नीस्त दर ख़ैर-ए-तू चीज़ी जाँ म-कुन बर ख़ेज़ ख़ेज़

    फ़ासिक़त ख़्वानम आशक अर चू मर्दां दर समा'अ'

    ज़ौक़-ए-सम'अत बाज़ दानद नग़्मत-ए-बम रा ज़े-ज़ेर

    दीन-ए-सलाह अज़ बहर-ए-दफ़ाअ-ए-दुश्मनाँ आतिशीसत

    तू चरा पोशी बहर बादी ज़र्रः चूँ आब-गीर

    अज़ बराए ज़िक्र बाक़ी बर सहीफः-ए-रोज़गार

    चूँ निको ख़त नीस्ती ज़िन्हार ता न-बू-ए-दबीर

    चूनत उमरू-ओ-जै़द बाशद कारसाज़-ए-नेक-ओ-बद

    दर नबी पस कीस्त ने'मल-मौला ने'मन-नसीर

    मीर मीरत बर ज़बाँ बीनंद पस दर वक़्त-ए-विर्द

    या म-ख़्वाँ फ़वज़्ज़तो-अमरी या ब-गो कस रा अमीर

    बामदाद इय्याक-ना'बुदो गुफ़्त:-इ दर फ़र्ज़-ए-हक़

    चाश्तगह ख़ुद रा मकुन दर ख़िदमत-ए-दूनी हक़ीर

    तंग मैदाँ बाश दर सहराए सुरत हम-चू क़ुतुब

    ता ब-तदबीर-ए-तू बाशद गश्त चर्ख़-ए-मुस्तदीर

    गोई इस्म-ए-तू बारे गोई फे'ल-ए-तू बार

    गोई मोहरत महन्ना गोई लुत्फ़-ए-हज़ीर

    जान-ए-मा रा अक़्ल-बख़श अक़्ल-ए-मा रा रहनमाए

    कज़ बरूँ तन ग़फ़ूरे वज़ दरूँ जान-ए-ख़बीर

    मरक़द-ए-तौफ़ीक़-ए-तू जाँ रा रसानद बू-उलू

    मौक़िफ़-ए-ख़ज़्लान-ए-तू तन रा गुदाज़द दर सई'र

    तेग़-हा अज़ सुकर कहरत कुनद न-बुवद अज़ सलील

    किल्क-हा दर शुक्र लुत्फ़त गुंग न-बुवद अज़ सरीर

    हम रज़ा-जूयाँ हम: मरदानत ख़ुश ख़ुश दर ख़ुशू'

    हम सना-गोयाँ हम: मुर्ग़ानत सफ़ सफ़ दर सफ़ीर

    अज़ बराए हदियः-ए-मा'नी-ओ-कदियः-ए-ज़िंदगी

    बंदः-ए-दरगाह-ए-तू जान-ए-जवान-ओ-अक़ल-ए-पीर

    हम दरख़्त अज़ तू चू पैकान-ओ-सिनाँ वक़्त-ए-बहार

    हम ग़दीर अज़ तू चू शमशीर-ओ-सिपर दर माह-ए-तीर

    तीर-ए-चर्ख़ अर दर कमाँ बाशद मिसाल-ए-हकमतत

    दर ज़माँ हम-चूँ कमाँ-कोज़ी पज़ीरद जुर्म-ए-तीर

    पेश-ए-तू यक-तन न-कर्द अज़ बहर-ए-ख़िदमत क़द्द-ए-कमाँ

    ता न-दादी हम तू शाँ अज़ क़ुव्वत-ओ-तौफ़ीक़-ए-तीर

    जान हर जानी कि जुफ़्त तीर-ए-हिकमत ब-शिनवद

    बा समेअ'ना-ओ-अता'ना पा-ए-कोबद पेश-ए-तीर

    तुफ़्फ़-ए-आह आशिकानत अर हेच ज़ी बहर आमदी

    ता बा-माही जुम्लः-बरीयाँ गर्ददी बहर-ए-क़ईर

    अज़ बराए परवरिश दर गाहवारः-ए-अदल-ओ-फ़ज़्ल

    आम रा बुस्तान-ए-सब्ज़ी ख़ास रा पिस्तान-ए-शेर

    हर कि अज़ ख़ुद रस्त उर्यां गश्त आँ कस रा ब-फ़ज़्ल

    हल्ल-हा पोशी तराज़श ज़ालिकल-फ़ौज़ुल-कबीर

    आँ-कि पैवस्त: ज़ेर-ए-पोस्त मानद चूँ प्याज़

    मी-देहीश अज़ ख़्वाँचः-ए-इब्लीस दर लोज़ीनः सीर

    अज़ दर-ए-कूफ़ः-ए-विसालत ता दर-ए-का'बः-ए-रजा

    नीस्त अंदर बादियः-ए-हिज्राँ बेह अज़ ख़ोफ़त ख़फ़ीर

    अज़ हम: आ'लम गुरेज़ अस्त अर हम: जान-ओ-दिल अस्त

    आँ तोइ कज़ कुल्ल-ए-आलम ना-गुज़ीरे ना-गुज़ीर

    कि न-गर्दद गंज-हा-ए-फ़ज़्ल अज़ बद-हा-ए-मा

    तू निको कारे कुन बद-हा-ए-मा रा बद म-गीर

    सिदक़-ए-मा रा सुब्ह-ए-काज़िब सोख़्त मा रा सिदक़ बख़्श

    पा-ए-मा दर तीन-ए-लाज़िब मानद मा रा दस्त-गीर

    हेच ताअ'त नामद अज़ मा हम-चुनीं बे-इल्लते

    राएगाँ माँ आफ़रीदी राएगाँ माँ दर पज़ीर

    स्रोत :
    • पुस्तक : दीवान-ए-सनाई ग़ज़नवी (पृष्ठ 286)
    • रचनाकार : हकीम सनाई
    • प्रकाशन : इंतिशारात-ए-सनाई, ईरान (1983)
    • संस्करण : 7th

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