दर नसीहत व तर्क-ए-तअ'ल्लुक़ अज़ ख़ल्क़ फ़र्मायद
ता कै ज़े-हर कसे ज़े-पय सीम-ए-बीम-ए-मा
वज़ बीम-ए-सीम गश्त: नदामत नदीम-ए-मा
ता हस्त सीम बा मा बीमसत यार-ए-ऊ
चूँ सीम रफ़्त अज़ पय ऊ रफ़्त बीम-ए-मा
आयन्द हर दो बाहम व हर दो बहम रवंद
गोए बरादरंद बहम बीम-ओ-सीम-ए-मा
ऐ आँ-कि मुफ़्लिसे अस्त बला-ए-अज़ीम-ए-तू
सीमस्त-ए-वयहक अस्ल बला-ए-अज़ीम-ए-मा
बेहतर बदाँ कि हस्त तमन्ना-ए-तू मुहाल
सीम अस्त गोए अस्ल निशात-ओ-नईम-ए-मा
गर मा हमः स्याह-ए-गलीमीम तुर्फ़ः नीस्त
सीम-ए-सपेद कर्द: स्याह ईं गलीम-ए-मा
ऐ अज़ नई'म कर्द: लिबास-ए-ख़ुद अज़ नसीज
हाँ ता ज़े-रू-ए-किब्र न-बाशी नदीम-ए-मा
गर आगहे ज़े-कार व गर न शिकायत अस्त
ईं दल्क़ पारः-पारः व तस्बीह-ए-नीम-ए-मा
गोए बर हमः पायान बर मन हसद बरंद
हर गह कि ब-निगरद ब-कफ़श अदीम-ए-मा
दर हसरत-ए-नसीम सबाईम ऐ बसा
कारद सबा नसीम व नयारद नसीम-ए-मा
इमरोज़ ख़ुफ़्तःएम चू असहाब-ए-कहफ़ लैक
फ़र्दा ज़े-गोर बाशद कहफ़-ओ-रकीम-ए-मा
आ'लम चू मंज़िलस्त व ख़लाएक मुसाफ़िर-अंद
दर वे मुरूर अस्त मक़ाम-ए-मुक़ीम-ए-मा
हस्त ईं जहँ चू तीम-ए-फ़लक हम-चू तीम-दार
मा ग़ल्लःदार-ए-आज़-ओ-अमल हम क़ीसम-ए-मा
तीमार-ए-तीम दाश्तन अज़ हुमा हीमाक़तस्त
तीमार दारद आँ कि ब-मा दाद तीम-ए-मा
मा अज़ ज़मान: उम्र-ए-बक़ा वाम कर्द:एम
ऐ वाए मा कि हस्त ज़मान: ग़रीम-ए-मा
दर वस्फ़-ए-ईं-ज़मानः-ए-ना-पाएदार शवम
ब-शिनो कि मुख़्तसर मिस्ले ज़द हकीम-ए-मा
गुफ़्ता ज़मानः मा रा मानिंद-ए-दायः इस्त
बस्तः दरू उम्मीद-ए-रज़ीअ-ओ-फ़तीम-ए-मा
ज़े-अव्वल ब-मोहर-ए-दिल हमः रा ऊ ब-पर्वर्द
मानिंद-ए-मादराँ शफ़ीक़-ओ-रहीम-ए-मा
चूँ मुद्दते बर-आयद बर मा अदू शवद
अज़ बा'द आँ कि बुवद सिद्दीक़-ओ-हमीम-ए-मा
गर दानद ऊ ब-दस्त-ए-शब-ओ-रोज़-ओ-माह-ओ-साल
चूँ दाल-ए-मनहनी अलिफ़-ए-मुस्तक़ीम-ए-मा
आँगह फ़िरव बुर्द ब-ज़मीं बे-जिनायते
ईं क़ामत-ए-मक़ूम-ओ-जिस्म-ए-जसीम-ए-मा
ऐ मुफ़्तख़र ब-हशमत-ओ-ता'ज़ीम-ओ-राय-ए-ख़्वेश
याद आर ज़ेर-ए-ख़ाक-ए-उज़्ज़ाम-ए-रमीम-ए-मा
पैवस्तः पेश-ए-चश्म हमी-दार अनक़रीब
अंदाम-हा-ए-कोफ़्तः चूँ हशीम-ए-मा
गोई सफ़ेद बूद फुलाँ शायद अर ब-मर्द
चूँ आँ सफ़ियः मर्द न-मीरद हकीम-ए-मा
मा ज़ेर-ए-ख़ाक ख़ुफ़्तः व मीरास ख़्वार-ए-मा
दादः ब-बाद ख़िर्मन-हा-ए-क़दम-ए-मा
गोई ज़े-बाद मा चे-कुनंद-ओ-कुजा-रवंद
फ़र्ज़ंदगान-ओ-दुख़्तर-कान-ए-यतीम-ए-मा
ख़ुद याद नावरी कि चे-करदंद-ओ-चूँ-शुदंद
आँ-मादरान-ओ-आँ-पिदरान-ए-क़दीम-ए-मा
शुद अक़्ल-ए-मा अक़ीम ज़े-बस बा तग़ाफुलेम
फ़र्याद अज़ीं तग़ाफ़ुल-ओ-अक़्ल-ए-अक़ीम-ए-मा
पिंदार कज़ तवल्लुद अक़्ल अस्त ला-मुहाल
ईं तुर्फ़ः ब-निगरद ब-नफ़स-ए-लईम-ए-मा
गर जन्नत-ओ-जहीम न-दीदी ब-बीं कि हस्त
शग़्ल-ओ-फ़राग़ जन्नत-ए-मा-ओ-जहीम-ए-मा
रैहान-ए-रूह-ए-मा चू फ़राग़स्त-ओ-फ़ारिग़े
मश्ग़ूलीयस्त-ओ-शग़्ल अज़ाब-ए-अलीम-ए-मा
सर-गश्तः शुद 'सनाई' यारब तू रहनुमाई
ऐ रहनुमा-ए-ख़लक़-ओ-ख़ुदा-ए-अ'लीम-ए-मा
मा रा अगरचे फ़े'ल ज़मीम अस्त तू म-गीर
या-रब ब-फ़ज़्ल-ए-ख़्वेश ब-फ़े'ल-ए-ज़मीम-ए-मा
ज़ुफ़्र-ए-ज़फ़र तू तेज़ मकुन दर अ'ना-ए-मर्ग
बर क़ह्र-ओ-रज्म-ए-नफ़्स ज़े-देव रजीम-ए-मा
- पुस्तक : दीवान-ए-सनाई ग़ज़नवी (पृष्ठ 57)
- रचनाकार :हकीम सनाई
- प्रकाशन : इंतिशारात-ए-सनाई, ईरान (2009)
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