दर तमजीद-ओ-तौहीद हज़रत बारी जिल्लत-ए-अज़्मः व इल्लत-ए-कल्मः गोयद
अया अज़ चम्बर-ए-इस्लाम दायम बुर्द: सर बैरूँ
ज़े-सुन्नत कर्द: दिल ख़ाली ज़े-बिदअ'त कर्द: सर मशहून
हवा हमवारः शैतानी शुद: बर नफ़्स-ए-तू सुल्ताँ
तनत रा जहल पैरायः दिलत रा कुफ़र पैरामूँ
अगर दर ए'तिक़ाद-ए-मन ब-शक्की ता ब-नज़्म आरम
अला रग़म-ए-तू दर तौहीद फ़स्ले गोश-दार अकनूँ
अया आंकस कि आलिम रा तबाये' मायः पिंदारी
नेही इल्लत हयूला रा कि आँ ईदूँ व ईं ईदूँ
हयूला चीस्त अल्लाह अस्त फ़ाएला वीं बदाँ मानद
कि रंज-ए-बार बर गाव अस्त व आयद नालः अज़ गर्दूं
तुरा पुर्सीद मन ख़्वाहम ज़े-सिर्र-ए-बैज़ः-ए-मर्ग़े
चे गुफ़्त अस्त अंदरीं मा'ना तुरा तल्क़ीन कुन अफलातूँ
सपैद-ओ-ज़र्द मी-बीनम आब अंदर यके बैज़ः
वज़ाँ यक बैज़ः चंदीं गून: मुर्ग़ आयद हमी बैरूँ
न-गोई अज़ चे मा'नी गश्त पर्र-ए-ज़ाग़ चूँ क़तराँ
ज़े-बहर-ए-चे दुम-ए-ताऊस रंगीं शुद चू बू-क़लमूँ
हुमा-ओ-जुग़्द रा आख़िर चे इल्लत बूद दर ख़िल्क़त
चरा शुद आँ चुनाँ मशऊम व चूँ शुद ईं चुनें मैमूँ
न-गोई कज़ चे मी-गीरद चकाव इलहान-ए-मूसीक़ार
न-गोई कज़ चे मी-बाफ़द तज़र्व अन्वा-ए-सक़लातूँ
तफ़क्कुर कुन यके दर ख़िल्क़त-ए-शाहीन-ओ-मुर्ग़ाबी
न-गोई कज़ चे मा'नी रास्त आँ सक़्ताण व ईं सक़्तूँ
यके चूँ रायत-ए-सीमीं हमेशः दर हवा-याज़ाँ
यके चूँ ज़ौरक़-ए-ज़र्रीं रवाँ हमवारः दर जेहूँ
गुरेज़ाँ ईं-कि चूँ गर्दद ब-जाँ अज़ चंग-ए-ऊ आहन
शताबाँ आँ-कि चूँ रेज़द ब-हिर्स-ओ-शहवत अज़ वै ख़ूँ
अजब-तर ज़ीं हम: आनस्त मर परिंदः मुर्ग़ां रा
मबीतत-ओ-मस्कन-ओ-मावास्त दिगर-सान-ओ-दीगरगूँ
यके रा बेशः-ए-सावी यके रा वादी-ए-आमूँ
यके रा क़ुल्लः-ए-क़ाफ़ व यके रा साहिल-ए-सैहूँ
यके ख़ुद रा ब-तमअ'-ए-आँ ब-गर्दूँ बुर्द: चूँ नमरूद
यके ख़ुद रा ज़े-बीम-ए-आँ ब-आब अफ़्गंद: चूँ ज़ुन्नूँ
न-गीरद बाद-ए-चंग-ए-आँ न-शोयद आब-ए-रंग-ए-ईं
यके चूँ रायत-ए-अल्मास अस्त दिगर चूँ ज़ोरक़-ए-मद्हूँ
न-गोई ता चरा कर्दंद नोक-ओ-चंग-ए-ऊ ज़े-आहन
न-गोई ता चरा दादंद रंग-ए-पर-ए-ईं ज़े-अक्सूँ
अगर तू चूँ मने आजिज़ दर ईं मा'नी कि प्रसीदम
चे-गोई दर नबाते तू सज़ा-ए-हब्ब-ए-इफ़्तीमूँ
नुमाई हर नबाती रा चू मादत हस्त ज़े-आब-ओ-गिल
ज़े-बहर-ए-तफ़्फ़-ए-ख़ुर्शेद अस्त चूँ लुत्फ़-ए-हवा मकरूँ
चुरा दर यक ज़मीं चंदीं नबात-ए-मुख़्तलिफ़ बीनम बीनम
ज़े-नख़्ल-ओ-नार-ओ-सेब-ओ-बेद चूँ आबी व चूँ ज़ैतूँ
हमी दूँ मी-ख़ूरंद आब व दर यक बोस्ताँ रोयंद
ब-रंग-ओ-नील-ओ-सब्र-ओ-सुम्बुल-ओ-माज़ो-ओ-माज़रयूँ
अगर इल्लत तबाए शुद वजूद-ए-जुम्लः रा चूँ शुद
यके मुम्सिक यके मुस्हिल यके दारू यके ताऊँ
अज़ अंगूर अस्त-ओ-ख़शख़ाश अस्त अस्ल-ए-उंसुर हर-दो
चरा दानिश बुरद बाद: चरा ख़्वाब आवुर्द अफ़्यूँ
हमाना उनका मन गुफ़्तम तबाए गर्द न-तवानद
न अफलातूँ न ग़ैर-ए-ऊ ब-ज़रक-ओ-हीलत-ओ-अफ़्सूँ
मगर बे-चूँ ख़ुदावंदे कि अहल-ए-हर-दो-आलम रा
ब-क़ुदरत दर वजूद आवुर्द ब-आलत ब-काफ़-ओ-नून
ख़ुदावंदे कि आदम रा व फ़र्ज़ंदान-ए-आदम रा
पदीद आवुर्द अज़ मा'-ए-मुईं व अज़ गुल-ए-मसनूँ
ख़ुदावंदे कि दायम हस्त असहाब-ए-मआसी रा
जनाब-ए-फ़ज़्ल-ए-ऊ मा'मन अज़ाब-ए-अद्ल-ए-ऊ मस्जूँ
हमेश: बूद ऊ बे-मा हमेशः बाशद ऊ बे-शक
सफ़ातश हम-चू ज़ातश हक़ व लेकिन सिर्र-ए-ऊ मख़ज़ूँ
कलामश हम-चू वा'दश हक़ व लेकिन गुफ़्त-ए-ऊ मुश्किल
तआ'ला-रब्बना मी-गोई व मी-दाँ वस्फ़-ए-ऊ बे-चूँ
हमू बख़शिंदः-ए-दौलत हमू दानिंदः-ए-फ़िक्रत
हमू दारिंदः-ए-गेती हमू रानिंदः-ए-गर्दूं
कि पिन्हाँ कर्द जुज़ एज़द ब-संग-ए-ख़ारः दर आतिश
कि रोयानद हमी जुज़्वी ज़े-ख़ाक-ए-तीर: आज़रयूँ
सदफ़ हैरान ब दरिया दर दवाँ आहू ब-सहरा बर
रमीदः-ओ-आरमीदः हर-दो दर-दरिया-ओ-दर-हामूँ
कि पर कर्द व कि आगंद अज़ गया-ओ-क़तरः-ए-बाराँ
दहान-ए-ईं व नाफ़-ए-आँ ज़े-मुश्क लू'लू'-ए-मकनूँ
सपेदी रोज़-ए-सुनअ' कीस्त दर दहर-ओ-स्याही-ए-शब
कि मी-गर्दंद बर यक दूर पुश्ता-पुश्त चू ताहूँ
हमेश: हर-दो काहानंद व काहान-ए-उम्र-ए-मा ज़ी-शाँ
चू साबूँ अज़ चे अज़ चर्बू व चर्बू अज़ चे अज़ साबूँ
चमन पुर हक़्क़ः-ए-लू'लू' कि दानद कर्द दर नैसाँ
शमुर पुर ग़ैबः-ए-जोशन कि दानद कर्द दर कानूँ
ज़े-बाद आँ-कि चूँ सीमीं सिपर गर्दद दर अफ़ज़ूदन
कि काहद माह रा हर माह हत्ता आदा-कलउर्जून
कि बंदद चूँ ख़िज़ाँ आयद हज़ाराँ कल्लः-ए-अदकन
कि बाशद चूँ बहार आयद हवा रा कल्लः-ए-गर्दूं
कि गर्दानद मुलव्विन कोह रा चूँ रौज़ः-ए-रिज़वाँ
कि गर्दानद मुनक़्क़श बाग़ रा चूँ सहफ़-ए-अँगलियूँ
दो-आब मुख़्तलिफ़ रा मुत्तफ़िक़ बाहम कि गर्दानद
ब-क़ुदरत दर यकी मौज़ा कुंद हर-दो बहम माजून
पस आँगह नुतफ़े गर्दानद व-अज़-ऊ शख़्सी कुंद पैदा
मिसालश मोहकम-ओ-साबित निहादश मुत्तफ़न-ओ-मौज़ूँ
यके आलिम यके जाहिल यके ज़ालिम यके आजिज़
यके मानम यके मुफ़्लिस यके शादाँ यके महज़ूँ
यके हमवारः बा दौलत ब-काम अज़ ने'मत-ए-बाक़ी
यके पैवस्त: बा मेहनत ब-रंज अज़ अख़्तर वारूँ
यके रा अज़ बला सागौन रसानद दर हरी रोज़े
यके रा अज़ बे-नानी दवानद ता बला साग़ोन
बुज़ुर्गा पादशह कूस्त कज़ यक-आब-ओ-यक-नुत्फ़ः
पदीद आवुर्द चंदीं ख़ल्क़ लौनालौन-ओ-गूनागूँ
गज़ीदः ख़ुसरवाँ बूदंद ज़ीं बेश अंदरीं आलम
ज़े-रिफ़अत हम-सर-ए-गर्दूं ब-ने'मत हम-सर-ए-क़ारूँ
चू आद-ओ-कैक़ुबाद-ओ-बहमन-ओ-काउस-ओ-कैखुसरौ
मनुचिहर-ओ-जम-ओ-तहव्वुरस-ओ-ज़ह्हाक-ओ-अफ़रीदूँ
वर अज़ यूनान बुक़रात-ओ-बतलमीउस-ओ-अफ़लातूँ
बलेनास हकीम-ओ-हुर्मुज़-ओ-सुक़रात-ओ-अफ़लीमूँ
वर अज़ पैग़मबराँ इदरीस-ओ-नूह-ओ-यूनुस-ओ-सालेह
हबीब-ओ-रूह-ओ-इब्राहीम-ओ-लूत-ओ-मूसा-ओ-हारूँ
वर अज़ अस्हाब-ए-पैग़म्बर अतीक़-ओ-उम्र-ओ-उसमाँ
अली-ओ-साद-ओ-सलमान-ओ-सुहैब-ओ-ख़ालिद-ओ-मज़नूँ
व गर अज़ औलिया महयार-ओ-हीरः ख़ालिद-ओ-ख़ुज़री
जुनैद-ओ-शिब्ली-ओ-मा'रूफ़-शाह-नूरी-ओ-समनूँ
दरीं आलम ज़े-रेग-ओ-क़तरः-ए-बाराँ बनी-आदम
ज़े-हर जिंसी कि मन गुफ़्तम हमाना बूदः-अंद अफ़्ज़ूँ
चू मुमकिन नीस्त दानिस्तन शुमार-ए-मर्ग-ए-मा'रूफ़ाँ
ब-बीं ता ख़ुद कि दानद करद दर आलम-ए-हिसाब-ए-ईदूँ
तआ'ला सानई कि-ईं जुम्ल: अज़ आब-ए-ऊ पदीद आवुर्द
पस आँगह जुम्ल: रा हम वै ब-ख़ाक-अंदर कुनद मदफ़ूँ
अया दिल-बस्तः दर दुनिया व फ़ारिग़ गश्त: अज़ उक़्बा
चे सूद अज़ सूद इमरोज़ीं कि फ़र्दा हम तोइ मग़्बूँ
चू आ'लम रा हमी दानी कि फ़ानी गश्त ख़्वाहद पस
ब-महर-ए-आलम-ए-फ़ानी चरा दिल कर्द:ई मरहूँ
इलाही बंदः-ए-बेचारः-ए-मिस्कीं 'सनाई' रा
कि हस्त अज़ दीन-ओ-ताअत-हा-ए-तू दरमान्दः-ओ-मदयूँ
अगरचे हस्त ऊ मतऊँ ब-इल्लत-हा तमअ' दारद
बदीं तौहीद ना-मतऊँ जज़ाई अज़ तू ना-मतऊँ
- पुस्तक : दीवान-ए-सनाई ग़ज़नवी (पृष्ठ 536)
- रचनाकार : हकीम सनाई
- प्रकाशन : इंतिशारात-ए-सनाई, ईरान (1983)
- संस्करण : 7th
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