Sufi Quotes of Makhdoom Sajjad Pak

यानी नींद में संतुलन रखना, लापरवाही में न पड़ना। ज़्यादा जागना तो ख़ुदा की याद, इबादत और साधना के लिए जागना।

ज़बान को फ़िज़ूल बातों, चुग़ली और बेकार बातों से बचाना और केवल वही बात कहना, जो ख़ुदा की याद दिलाए या जिसमें भलाई हो।

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere