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पद
श्री बृन्दावन मो अजयत ब्रिजराज बिराजत है
बिपुर पुरकबती, अलक सवारत,ललित सुललना, नहिँ कछु तुलना,
अमृत राय
दकनी सूफ़ी काव्य
खुशनामा
बाली भोली ज्यूँ जो होती मुहब्बत केरा नूरपरम पियारी साथ सघाती तुलना होवे दूर
शाह मीराजी शम्सुल शाख़
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सूफ़ी लेख
बिहार के प्रसिद्ध सूफ़ी शाइर – शाह अकबर दानापुरी
ज़हरा बाई का इंतिक़ाल 1910 ई. के आस-पास हुआ। इनका मज़ार पटना सिटी में स्थित है।हज़रत
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
दारा शिकोह और बाबा लाल बैरागी की वार्ता
5-दारा शुकोह – स्रष्टा तथा सृष्टि में क्या अन्तर है? मैंने यह प्रश्न किसी से किया
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
सूरसागर, डॉक्टर सत्येन्द्र
सूरदास सोई कहे पद भाषा करि गाइ।।फिर भी ‘भागवत’ और ‘सूर-सागर’ की तुलना से यही विदित
सूरदास : विविध संदर्भों में
सूफ़ी लेख
नाथ-योगी-सम्प्रदाय के ‘द्वादश-पंथ’-परशुराम चतुर्वेदी
अतएव, इस वर्ग की उपर्युक्त सभी सूचियों की तुलना करने पर, हमें केवल धजनाथ का ही
विश्वभारती पत्रिका
सूफ़ी लेख
उमर खैयाम की रुबाइयाँ (समीक्षा)- श्री रघुवंशलाल गुप्त आइ. सी. एस.
गुप्तजी की सरस रचना का यह एक उदाहरण है। पाठक तुलना करें । a Loaf of
नागरी प्रचारिणी पत्रिका
सूफ़ी लेख
सन्तों की प्रेम-साधना- डा. त्रिलोकी नारायण दीक्षित, एम. ए., एल-एल. बी., पीएच. डी.
हरिरस में माते फिरै, गृह बन कौन विचार।। उपर्युक्त पंक्तियाँ इस बात की द्योतक है कि प्रेम,
सम्मेलन पत्रिका
सूफ़ी लेख
बीसलदेव रासो- शालिग्राम उपाध्याय
डा. तारकनाथ अग्रवाल द्वारा संपादित यह कृति कलकत्ता विश्वविद्यालय से डी. फिल. उपाधि के हेतु स्वीकृत
नागरी प्रचारिणी पत्रिका
सूफ़ी कहानी
कहानी -8-ज़िन्दगी- गुलिस्तान-ए-सा’दी
जो कमज़ोर दुश्मन तेरे क़ब्ज़े में ख़ुद-ब-ख़ुद आ जाता है और तेरा दोस्त बनना चाहता है