आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "सकी"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "सकी"
अन्य परिणाम "सकी"
सूफ़ी लेख
खुसरो की हिंदी कविता - बाबू ब्रजरत्नदास, काशी
सहम गई नहि सकी पुकार। ऐ सखी साजन ना सखी बुखार।। (149) आँख चलावे भौं मटकावे। नाच कूद के खेल खिलावे।।
नागरी प्रचारिणी पत्रिका
सूफ़ी लेख
चरणदासी सम्प्रदाय का अज्ञात हिन्दी साहित्य - मुनि कान्तिसागर - Ank-1, 1956
भारतीय साहित्य पत्रिका
ना'त-ओ-मनक़बत
'नसीर' अपनी सी कोशिश क़लम ने की लेकिनतमाम हो न सकी दास्तान-ए-गंज-ए-शकर