आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "bazm-e-adab"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "bazm-e-adab"
ना'त-ओ-मनक़बत
अदब से अ'र्ज़ है बा-चश्म-ए-तर ग़रीब-नवाज़इधर भी एक उचटती नज़र ग़रीब-नवाज़
पीर नसीरुद्दीन नसीर
कलाम
बे-अदबाँ न सार अदब दी गए अदब थीं वांजे हूजेहड़े होण मिट्टी दे भांडे कदी न थीवण कांजे हू
सुल्तान बाहू
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "bazm-e-adab"
सूफ़ी शब्दावली
ग़ज़ल
पस-ए-पर्दा तुझे हर बज़्म में शामिल समझते हैंकोई महफ़िल हो हम उस को तिरी महफ़िल समझते हैं
ख़्वाजा अज़ीज़ुल हसन मजज़ूब
कलाम
इम्दाद अ'ली उ'ल्वी
ना'त-ओ-मनक़बत
सुख़नवर है वही जो बज़्म में है मद्ह-ख़्वाँ तेरावही अहल-ए-ज़बाँ है नाम ले जिस की ज़बाँ तेरा
आशिक़ अली नातिक़
ना'त-ओ-मनक़बत
शाहिद-ए-हक़ आ’रिफ़-ए-फ़ख़्र-ए-ज़मन की बज़्म हैहोशियार ऐ नुत्क़ ये 'ख़्वाजा-हसन' की बज़्म है
अज़ीज़ वारसी देहलवी
ग़ज़ल
वही बज़्म है वही मय-कदा वही मय-कदा का मक़ाम हैमगर एक उन के न होने से न वो सुब्ह है न वो शाम है
अख़्तर महमूद वारसी
कलाम
अव्वल-ए-शब वो बज़्म की रौनक़ शम्अ' भी थी परवाना भीरात के आख़िर होते होते ख़त्म था ये अफ़्साना भी
आरज़ू लखनवी
ग़ज़ल
मिरे ग़म के लिए इस बज़्म में फ़ुर्सत कहाँ पैदायहाँ तो हो रही है दास्ताँ से दास्ताँ पैदा
मयकश अकबराबादी
कलाम
रिंदों को अदब दे कर महफ़िल को निखारा हैसाक़ी की निगाहों ने किस-किस को सँवारा है