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प्रताप कुंवरी बाई
1817 - 1886
छत्रकुंवरि बाई
रत्नकुंवरि बाई
चंद्रकला बाई
दया बाई
सुंदर कुंवरि बाई
बहिणा बाई
सहजो बाई
बू अली शाह क़लंदर
1209 - 1324
बू अली शाह क़लन्दर
ब-मतबा अल्वी अली बख्श खान
(1) पानी में बिलकुल भी लहर नहीं है (यानी सब जगह शांति है)।(2) यह किसी भी प्रकार की उत्तेजना नहीं पैदा करेगा।
तेग़-ए-अबरू का तुम्हारे किस क़दर तेज़ आब थासामने उस के जो आया फिर वही सैराब था
अज़ नक़्श-ए-बर आब हर चे गुफ़्तम गुफ़्तमवज़ जोश-ए-हबाब हर चे गुफ़्तम गुफ़्तम
पानी सिर से ऊपर आ गया है।
बे-आबبے آب
Lacklustre
बिना पानी के, सूखा हुआ
Zikr-e-Khair-ul-Maruf ba saheefa-e-mahboob
महबूब आलम
2009
Ashraf-ut-Tawareekh Maroof Ba Asraar-e-Nabuwat
शाह अकबर दानापुरी
1904
Alif Be Wajhan Ki
अननोन ऑथर
शाइरी
Nazri Ba Tareekh Azar Baizan
मोहम्मद जव्वाद मशकूर
Shahnama Urdu Manzoom Ba Tasveer
मूल चंद मुंशी
1922शाइरी
Guldasta-e-Marifat Maaruf Ba Deewan-e-Zamin
ज़ामिन अली साबरी
1919सूफ़ीवाद / रहस्यवाद
Khoona Ba Jigar
शाह अमीरुद्दीन अहमद
Arghunoon al-maroof ba Sarwad Sufi
मौलवी सय्यद मीर मोअज़्ज़म अली
1891
Risaala Gaus-ul-Aazam Ma Sharh Mausooma Ba Jawahir-ul-Ushshaaq
ख़्वाजा बंदानवाज गेसूदराज़
2000
सहजो बाई की बानी
अयोध्या प्रसाद साहिब
1926जीवनी
Fateh Nama-e-Sindh Al-Maroof ba Chach-Nama
अली बिन हामिद
1939
Tasavvuf: Che Bud Wa Che Baid Be Shawad
अब्बास मेहरीन
1962सूफ़ीवाद / रहस्यवाद
Nigahi Ba Tareekh-e-Adab Farsi Dar Hind
तोफ़ीक़ सुबहानी
1957इतिहास
Boo Qalamoon
मंज़र शेरघाटवी
2021शाइरी
Roznama Batasweer
ख़्वाजा हसन निज़ामी
1913
पानी अपना रास्ता स्वयं बनाता है
नज़र कर्दन-ए-शेर दर चाह-ओ-दीदन-ए-'अक्स-ए-ख़ुद रा-ओ-आँ ख़रगोश रा दर आबचूँ कि शेर अंदर बर-ए-ख़्वेशश कशीद
आब में साया-फ़गन गिर रुख़-ए-दिलबर होताशाख़-ए-हर-मौज से पैदा गुल-ए-अह्मर होता
आब में सायः-फ़गन गिर रुख़-ए-दिलबर होताशाख़-ए-हर-मौज से पैदा गुल-ए-अह्मर होता
नक़शम हर गुह दर आब बीनद ख़ुद रामौजश रक़म सराब बीनद ख़ुद रा
ख़ुश आब-ओ-हवा दीद: न बर रू-ए-ज़मींमुश्किल कि अगर ज़ेर-ए-ज़मीन अस्त चुनीं
ऐ दिल-ए-मन दर हवायत हम-चु आब-ओ-माहियाँमाही जानम ब-मीरद गर ब-गर्दद यक ज़माँ
सवाल कर्दन-ए-रसूल अज़ 'उमर अज़ सबब-ए-इब्तिला-ए-अर्वाह बा-ईं आब-ओ-गिल अज्सादगुफ़्त या-’उमर चे हिकमत बूद-ओ-सिर्र
मैं तन्हा आब-ओ-रंग बज़्म-ए-इम्काँ हो नहीं सकताये दिल वापस अगर तू इस में मेहमाँ हो नहीं सकता
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