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सूफ़ी लेख
शैख़ फ़रीदुद्दीन अत्तार और शैख़ सनआँ की कहानी
बूद ता शब हम चुनाँ रोज़-ए-दराज़ ।चश्म बर मंज़र दहानश माँद: बाज़ ।।
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
हज़रत शैख़ बू-अ’ली शाह क़लंदर
सीमुर्ग़-वार रुए न-हुफ़्तम ब-क़ाफ़-ए-इ’श्क़कू आ’रिफ़े कि मंज़र-ए-ऊ अ’र्श-ए-अकबरस्त
सूफ़ीनामा आर्काइव
सूफ़ी लेख
क़व्वाली का अहद-ए-ईजाद और समाजी पस-ए-मंज़र
मूजिद-ए-क़व्वाली हज़रत अमीर ख़ुसरो का ‘अह्द इब्तिदा-ए-इस्लाम और मौजूदा ‘अह्द के ठीक दरमियान का ‘अह्द है
अकमल हैदराबादी
सूफ़ी लेख
चिश्तिया सिलसिला की ता’लीम और उसकी तर्वीज-ओ-इशाअ’त में हज़रत गेसू दराज़ का हिस्सा
ख़लीक़ अहमद निज़ामी
सूफ़ी लेख
ज़िक्र-ए-ख़ैर : हज़रत मख़दूम अहमद चर्म-पोश
सूफ़ियों की तरह, उस समय के सुल्तान जैसे फ़िरोज़ शाह तुग़लक़ भी उनकी ख़ानक़ाह में अकीदत-मंदाना
रय्यान अबुलउलाई
सूफ़ी लेख
बाबा फ़रीद शकर गंज
उस वक़्त ख़ानक़ाह-ए-मुअ’ल्ला पर अ’जब नूर बरस रहा होता है। दिये की मद्धम रौशनी में मंज़र
निज़ाम उल मशायख़
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अस्मारुल-असरार - डॉक्टर तनवीर अहमद अ’ल्वी
किसी आ’रिफ़ की नज़र उस दिल-आवेज़ मंज़र पर पड़ी।उसने उनकी दिलचस्प गुफ़्तुगू को सुना।उसके शौक़ ने
सूफ़ीनामा आर्काइव
सूफ़ी लेख
तज़्किरा-ए-फ़ख़्र-ए-जहाँ देहलवी
और जन्नती दरवाज़े से गुंबद शरीफ़ के अंदर का मंज़र नज़र आ रहा है, लोग नमाज़
निसार अहमद फ़ारूक़ी
सूफ़ी लेख
हज़रत सूफ़ी मनेरी की तारीख़-गोई का एक शाहकार – रख़्शाँ अब्दाली, इस्लामपुरी
हज़रत सूफ़ी मनेरी (सन 1253 हिज्री ता सन 1318 हिज्री )अपने वक़्त के एक बा-कमाल शाइ’र
सूफ़ीनामा आर्काइव
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ख़्वाजा मुई’नुद्दीन चिश्ती की दरगाह
अय्याम-ए-उ’र्स के अ’लावा भी हर साल लाखों ज़ाइरीन यहाँ आस्ताँ-बोसी के लिए आते हैं। ख़्वाजा साहिब
निसार अहमद फ़ारूक़ी
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हज़रत सय्यिद मेहर अ’ली शाह - डॉक्टर सय्यिद नसीम बुख़ारी
एक मर्तबा मौलाना सुल्तान महमूद जो मेहर अ’ली शाह के उस्ताद-ए-मोहतरम थे किसी सफ़र पर रवाना
मुनादी
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सय्यिद सालार मस्ऊद ग़ाज़ी
फ़िरोज़ शाह तुगलक़ जब बहराइच आया था उस वक़्त हज़रत अमीर माह के हम-राह आपके मस्कन
जुनैद अहमद नूर
सूफ़ी लेख
सूफ़ी और ज़िंदगी की अक़दार
आज कल हमारे ज़ेहनों पर ये बात सवार है कि ख़ूब मेहनत कर के कमाना चाहिए।अपनी