आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "रिवायत"
सूफ़ी लेख के संबंधित परिणाम "रिवायत"
सूफ़ी लेख
अमीर ख़ुसरो - तहज़ीबी हम-आहंगी की अ’लामत - डॉक्टर अनवारुल हसन
हम ज़े वय आमोज़ परस्तिश गरी।।ख़ुसरो ख़ानदानी रिवायत के ब-मोजिब शाही दरबार से वाबस्ता ज़रूर रहे
सूफ़ीनामा आर्काइव
सूफ़ी लेख
पीर नसीरुद्दीन ‘नसीर’
आम लोग उन पर अपनी जान छिड़कते थे। लोग उनकी तक़रीरें सुनने दूर-दूर से आते थे
रय्यान अबुलउलाई
सूफ़ी लेख
हज़रत मख़्दूमा बीबी कमाल, काको
आपकी मिर्ती की तारीख़ नहीं मिलती। इतिहास-कार का क़याल है कि आपकी मिर्त्ति तक़रीबन 1290 से
रय्यान अबुलउलाई
सूफ़ी लेख
महफ़िल-ए-समाअ’ और सिलसिला-ए-वारसिया
फ़ी ज़मानिना दुनिया में जितने भी सलासिल हैं उनमें बेशतर सिलसिलों में महफ़िल-ए-समाअ’ का चलन राइज