आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "deewan e hazrat ghaus e azam manzoom urdu tarjuma abdul qadir jeelani ebooks"
Kalaam के संबंधित परिणाम "deewan e hazrat ghaus e azam manzoom urdu tarjuma abdul qadir jeelani ebooks"
कलाम
ऐ हज़रत-ए-मुश्किल-कुशा या बुल-हसन या मुर्तज़ातुम हो वली ज़ात-ए-ख़ुदा नाएब-ए-मोहम्मद मुस्तफ़ा
फ़क़ीर क़ादरी
कलाम
ऐ जान-ए-जहाँ कब तक ये गोशा-ए-तन्हाईसब दीद के तालिब हैं जितने हैं तमाशाई
मौलाना अ’ब्दुल क़दीर हसरत
कलाम
अपनी निगाह-ए-शौक़ को रोका करेंगे हमवो ख़ुद करें निगाह तो फिर क्या करेंगे हम
मौलाना अ’ब्दुल क़दीर हसरत
कलाम
नाला-ए-दिल लब से जिस दिन आश्ना हो जाएगादेख लेना तुम कि 'आलम क्या से क्या हो जाएगा
अब्दुल क़ादिर शरफ़
कलाम
रू-ए-ज़ेबा गर न देखे चश्म वो है चश्म-कोरतिरे क़दमों पर न हो जब सर वबाल-ए-दोश है
अब्दुल हादी काविश
कलाम
ग़ौस क़ुतुब न उरे उरेरे आशिक़ जाण अगेरे हूजेहड़े मंज़िल आशिक़ पहुंचण ग़ौस न पावण फेरे हू
सुल्तान बाहू
कलाम
हनूज़ इक परतव-ए-नक़्श-ए-ख़याल-ए-यार बाक़ी हैदिल-ए-अफ़सुर्दा गोया हुजरा है यूसुफ़ के ज़िंदाँ का
मिर्ज़ा ग़ालिब
कलाम
मकतब-ए-'इश्क़ में मा'लूम नहीं लेगा कौनदरस-ए-उफ़्तादगी-ओ-दरस-ए-फ़ना मेरे बा'द
मौलाना अ’ब्दुल क़दीर हसरत
कलाम
दिल जिगर को आश्ना-ए-दर्द-ए-उल्फ़त कर दियाइक निगाह-ए-नाज़ ने सामान-ए-राहत कर दिया
अब्दुल हादी काविश
कलाम
पढ़ो बादा-गुसारो अब नमाज़-ए-ख़ुद फ़रामोशीसदा-ए-क़ुलक़ुल-ए-मीना हुई तकबीर-ए-मय-ख़ाना