आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "rang e sabat zafar ansari zafar ebooks"
Kalaam के संबंधित परिणाम "rang e sabat zafar ansari zafar ebooks"
कलाम
ज़फ़र वो ज़ाहिद-ए-बेदर्द की हू-हक़ से बेहतर हैकरे गर रिंद दर्द-ए-दिल से हाय हू-ए-मस्ताना
बहादुर शाह ज़फ़र
कलाम
लगाया जाम होंटों से जो उस ने हम को रश्क आयाकि बोसा उस के लब का ऐ 'ज़फ़र' लेते तो हम लेते
बहादुर शाह ज़फ़र
कलाम
कनजड़े की सी हाट है दुनिया जिंस है सारे इकट्ठेमीठे चाहे मीठे ले ले खट्टे चाहे खट्टे
बहादुर शाह ज़फ़र
कलाम
साबित सिदक़ क़दम अगेरे ताईं रब्ब लुभीवे हूलूँ लूँ दे विच ज़िकर अल्लाह दा हर-दम पया पढीवे हू
सुल्तान बाहू
कलाम
नमी दानम कि आख़िर चूँ दम-ए-दीदार मी रक़्सममनम बिस्मिल कि ज़ेर-ए-ख़ंजर-ए-खूँ-ख़्वार मी रक़्सम
अज्ञात
कलाम
सुना ऐ चुपके चुपके दिल के पर्दे खींचने वालेतिरी हद्द-ए-ख़ुदी तक वो नुमायाँ हो नहीं सकता
सीमाब अकबराबादी
कलाम
सुन चुके हम वा’इज़-ए-मिम्बर-नशीं से वस्फ़-ए-ख़ुल्दकूचा-ए-महबूब में बिस्तर लगाना चाहिए