दिल्ली के शायर और अदीब
कुल: 166
अमीर ख़ुसरो
उर्दू / हिंदवी के पहले शायर। मशहूर सूफ़ी हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया के शागिर्द और संगीतज्ञ। तबला और सितार जैसे साज़ों का अविष्कार किया। अपनी ' पहेलियों ' के लिए प्रसिद्ध जो भारतीय लोक साहित्य का हिस्सा हैं। ' ज़े हाल-ए-मिस्कीं मकुन तग़ाफ़ुल ' जैसी ग़ज़ल लिखी जो उर्दू / हिंदवी शायरी का पहला नमूना है।
इब्राहीम ज़ौक़
आख़िरी मुग़ल बादशाह बहादुर शाह ज़फ़र के उस्ताद और राजकवि , मिर्ज़ा ग़ालिब से उनकी प्रतिद्वंदिता प्रसिद्ध है।
मीर हसन देहलवी
प्रमुख मर्सिया-निगार। मसनवी ‘सहर-उल-बयान’ के लिए विख्यात
मोमिन ख़ाँ मोमिन
ग़ालिब और ज़ौक़ के समकालीन। वह हकीम, ज्योतिषी और शतरंज के खिलाड़ी भी थे। कहा जाता है मिर्ज़ा ग़ालीब ने उनके शेर ' तुम मेरे पास होते हो गोया/ जब कोई दूसरा नही होता ' पर अपना पूरा दीवान देने की बात कही थी।
मिर्ज़ा मज़हर जान-ए-जानाँ
मुस्तफ़ा ख़ाँ शेफ़्ता
“गुलशन-ए-बे-खार” का मुसन्निफ़
बर्क़ देहलवी
दिल्ली की काव्य परम्परा के अंतिम दौर के शायरों में शामिल, अपने ड्रामे ‘कृष्ण अवतार’ के लिए प्रसिद्ध
मुनव्वर लखनवी
- Shrine : दिल्ली
रामायण, भगवत गीता, और दूसरे बहुत से मज़हबी व ग़ैर मज़हबी पाठों का छन्दोबद्ध व गयात्मक अनुवाद करने के लिए प्रसिद्ध
इश्तियाक़ अय्यूबी
अ’ब्दुल रहमान एहसान देहलवी
मुग़ल बादशाह शाह आ’लम सानी के उस्ताद
अहमद अली बर्क़ी आज़मी
दिल्ली में मुक़ीम पुर-गो-शाइ’र और ऑल इंडिया रेडियो की फ़ारसी सर्विस से वाबस्ता
- जन्म : अफ़गानिस्तान
- निवास : दिल्ली
अख़्लाक़ अहमद आहन
शोधकर्ता और शायर, अपनी नज़्म "सोचने पे पहरा है" के लिए मशहूर/ प्रोफ़ेसर जेएनयू
- निवास : दिल्ली
अमीर हसन अला सिज्ज़ी
ख़्वाजा निज़ामुद्दीन औलिया के मुरीद और फ़वाइदुल-फ़ुवाद के जामे’
अमीर ख़ुसरौ
ख़्वाजा निज़ामुद्दीन औलिया के चहेते मुरीद और फ़ारसी-ओ-उर्दू के पसंदीदा सूफ़ी शाइ’र, माहिर-ए-मौसीक़ी, उन्हें तूती-ए-हिंद भी कहा जाता है
अमृता प्रीतम
- जन्म : گوجرانوالہ
- निवास : दिल्ली
- Shrine : दिल्ली
आक़िल ख़ान राज़ी
अरशद अली रसाई
अ'ज़ीज़ मियां
अज़ीज़ वारसी देहलवी
औघट शाह वारसी के चहेते मुरीद
बहादुर शाह ज़फ़र
बलराम शुक्ल
- जन्म : उत्तर प्रदेश
- निवास : दिल्ली
बेदिल अज़ीमाबादी
फ़ारसी ज़बान के मशहूर सूफ़ी शाइ’र
बेदिल मुज़फ़्फ़रनगरी
- जन्म : दिल्ली
- निवास : मुज़फ़्फ़रनगरी
- Shrine : मुज़फ़्फ़रनगरी
चंद्रभान कैफ़ी देहल्वी
क़ौमी, सामाजिक और देश की आज़ादी की भावना से समर्पित नज़्मों के लिए प्रसिद्धके. लम्बे अरसे तक उर्दू-फ़ारसी के उस्ताद रहे
दाग़ देहलवी
उर्दू के सबसे लोकप्रिय शायरों में शामिल। शायरी में चुस्ती , शोख़ी और मुहावरों के इस्तेमाल के लिए प्रसिद्ध
दारा शिकोह
मुग़्लिय्या सल्तनत के बादशाह शाहजहाँ और मलिका मुमताज़ के बड़े साहिबज़ादे जिन्हों ने सूफ़ियाना रिवायत को मज़ीद जिला बख़्शी, उनके तअ’ल्लुक़ात सिखों के गुरुओं से निहायत ख़ुश-गवार थे
दर्शन सिंह
- निवास : दिल्ली
- निवास : दिल्ली
फ़िराक़ गोरखपुरी
ग़मगीन देहलवी
ग़ौस सीवानी
- निवास : दिल्ली
हाजी इमदादुल्लाह मक्की
मशहूर सूफ़ी और आ’लिम-ए-दीन
हरी चंद अख़्तर
- जन्म : होशियारपुर
- निवास : लाहौर
- Shrine : दिल्ली