अल्लाह पर अशआर
रब,(अल्लाह तआ’ला) का
वस्फ़ी नाम है।इसका लुग़वी मा’नी पालने या परवरिश करने वाला होता है।तसव्वुफ़ में उसे ज़ात-ए-ख़ुदावंदी से ता’बीर किया जाता है जिसके ज़रिया’ पूरी काएनात का इंतिज़ाम-ओ-इंसिराम होता है। रब अल्लाह तआ’ला का गुणी नाम है।इसका शाब्दिक अर्थ है पालने वाला या पोषण करने वाला।तसव्वुफ़ में इस शब्द की व्याख्या इश्वर के रूप में की जाती है, जिसके द्वारा पूरे ब्रह्मांड का प्रबंधन किया जाता है।
अल्लाह अल्लाह वो जमाल-ए-दिल-फ़रेब
महफ़िल-ए-कौनैन है महफ़िल-फ़रेब
मोहब्बत की पहली नज़र अल्लाह अल्लाह
वो तूफ़ान-ए-जज़्ब-ओ-असर अल्लाह अल्लाह
बना कर कुफ़्र को आईना सूरत देख ईमाँ की
सनम की शक्ल में जल्वा-कुनाँ अल्लाह ही अल्लाह है
मेरा जिस्म और मिरी जाँ है वही जाँ बिल्कुल
मैं कहूँ क्या कि मैं हूँ यार है अल्लाह अल्लाह