आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "असरार-ए-मोहब्बत"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "असरार-ए-मोहब्बत"
ग़ज़ल
बे-सर पे ये सिर्र खुलते हैं सर देवे तो समझेहर एक पे ज़ाहिर नहीं असरार-ए-मोहब्बत
ख़्वाजा रुक्नुद्दीन इश्क़
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "असरार-ए-मोहब्बत"
शे'र
निकल कर ज़ुल्फ़ से पहुँचूँगा क्यूँकर मुसहफ़-ए-रुख़ परअकेला हूँ अँधेरी रात है और दूर मंज़िल है
अकबर वारसी मेरठी
ना'त-ओ-मनक़बत
असरार-ए-हक़ीक़त हो-हो कर असरार-ए-मोहम्मद आते हैंअनवार-ए-इलाही बन-बन कर अनवार-ए-मोहम्मद आते हैं
ज़हीन शाह ताजी
ना'त-ओ-मनक़बत
वाक़िफ़-ए-असरार-ए-दीं महबूब-ए-रब्बुल-'आलमींहादी-ए-दीन-ए-मतीं महबूब-ए-रब्बुल-'आलमीं
फ़रीद इमादी
फ़ारसी कलाम
असरार-ए-मोहब्बत रा हर दिल न-बुवद क़ाबिलदुर नीस्त ब-हर दरिया ज़र नीस्त ब-हर काने
हुमाम तबरेज़ी
शे'र
ढ़ूंढ़े असरार-ए-ख़ुदा दिल ने जो अंधा बन कररह गया आप ही पहलू में मुअ’म्मा बन कर
इम्दाद अ'ली उ'ल्वी
फ़ारसी सूफ़ी काव्य
गौहर-ए-मख़्ज़न-ए-असरार-ए-हमानस्त कि बूदहुक़्क़ः-ए-मेहर बदाँ मोहर-ओ-निशानस्त कि बूद