आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "घमंड"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "घमंड"
कलाम
ख़ुद फ़ना हो कर मैं करता हूँ ख़ुदाई का घमंडमुझ में कुछ बाक़ी नहीं है ख़ुद-नुमाई का घमंड
आशिक़ हैदराबादी
सूफ़ी कहावत
कबिरा गर्व न कीजिये, इस जोबन की आस
कबिरा गर्व न कीजिये, इस जोबन की आसइस क्षणभंगुर यौवन पर घमंड करना उचित नहीं
वाचिक परंपरा
ना'त-ओ-मनक़बत
ने'मत के जिस बिसात पर रिज़वाँ को है घमंडहै एक रेज़ा-ख़्वान-ए-जनाब-ए-अमीर का
ख़्वाजा नासिरुद्दिन चिश्ती
अन्य परिणाम "घमंड"
कलाम
'तुराब' आज़ाद हो ग़म से मिटे ये रंज 'आलम सेघमंड उस का बढ़े मौला तेरी बंदा-नवाज़ी पर
शाह तुराब अली क़लंदर
कलाम
किस ने उस की कुन्ह पाई किस को 'इरफ़ाँ पर घमंडयूँ तो हैं साहिब नज़र और जाने पहचाने हज़ार
कामिल शत्तारी
ग़ज़ल
बहुत पीरी में दानाई का था तुझ को घमंड ऐ दिलजुनूँ में हाथ से लड़कों के देखा सर तिरा टूटा
शाह तुराब अली क़लंदर
ना'त-ओ-मनक़बत
कौन से इ'ल्म पे है तुझ को घमंड ऐ 'अकबर'मैं तो आगाह हूँ तुझ से तुझे क्या आता है
शाह अकबर दानापूरी
ग़ज़ल
मिले है 'दर्द' उस के साथ तो देखा ग़रीबी हैघमंड उस के जो था जी में सो अब शायद गया निकला
ख़्वाजा मीर दर्द
ग़ज़ल
जो ग़रीब दिल को बढ़ा सके जो घमंड सर को झुका सकेमिरी आरज़ू-ए-नसीब बन मिरी लेखनी के तू फ़न में आ