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शबद
नैणा मोरे बाण पड़ी साई मोहिं दरस दिखाई
नैणा मोरे बाण पड़ी, साई मोहिं दरस दिखाईनैणा मोरे बाण पड़ी, साई मोहिं दरस दिखाई
मीराबाई
ना'त-ओ-मनक़बत
ख़्वाजा पिया मोहे दरस दिखा दो चैन न आवत नैनन मेंअंगना बुहारूँ तन-मन वारूँ आन बसो मोरे आँगन में
अमीर बख़्श साबरी
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पद
लावनी - पिया दरस बिना दीदार दर्द दुख भारी
पिया दरस बिना दीदार दर्द दुख भारीबिन सतगुरु के धृग जीवन संसारी
तुलसी साहिब हाथरस वाले
राग आधारित पद
राग सोरठा - हमारो नैना दरस पियासा हो
हमारो नैना दरस पियासा होतन गयो सूखि हाय हिये बाढ़ी जीवत हूँ वहिं आसा हो
चरनदास जी
पद
ककहरा - तत्ता तुरत तत्त को खोज रोज रच दरस दिखावै
तत्ता तुरत तत्त को खोज रोज रच दरस दिखावैअगम निगम का भेद घाट घट में जब पावै
तुलसी साहिब हाथरस वाले
कलाम
क्या हम से पिया तकसीर भई क्यूँ दरस दिखाना भूल गएजब रूप दिखा कर मन को लिया वो पिछ्ला ज़माना भूल गए
मुमताज़
सूफ़ी लेख
गुजरात के सूफ़ी कवियों की हिन्दी-कविता - अम्बाशंकर नागर
सब तपिश तब पुकारे।एक दुरस्ती दरस भूले,
भारतीय साहित्य पत्रिका
सूफ़ी लेख
संत कबीर की सगुण भक्ति का स्वरूप- गोवर्धननाथ शुक्ल
मांगे दरस मधूकरी, छके रहैं दिन रैन।।सगुणोपासक कांताभाव-
नागरी प्रचारिणी पत्रिका
पद
सुरत की साधना -सुर्त पनिहारी सतगुरु प्यारी चाल गगन के कूप।।
पहुंची जाय अगम पुर नामी दरस किया राधास्वामी भूप।।
शिवदयाल सिंह
पद
ऐसे संत बिबेकी होरी खेलै हो, जाके गुरुमुख दृढ़ बिस्वास ।
फगुवा दान दरस प्रभु दीजै, केसो जन बलि जात ।।
केशवदास
पद
साधना की सफलता- देव री सखी मोहिं उमंग बधाई। अब मेरे आनंद उर न समाई।।
अलख अगम दोउ मेहर कराई। राधास्वामी राधास्वामी दरस दिखाई।।
शिवदयाल सिंह
सूफ़ी लेख
जायसी का जीवन-वृत्त- श्री चंद्रबली पांडेय एम. ए., काशी
उन्ह हुत देखै पायउँ, दरस गोसाईं केर।।जायसी की गुरु-परंपरा