आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "शोख़ियाँ"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "शोख़ियाँ"
अन्य परिणाम "शोख़ियाँ"
दकनी सूफ़ी काव्य
मसनवी 'तुराब' दकनी
ऊचा घुँघट न सारा मुँह को खोलेन बाताँ शोख़ मिल शोख़ियाँ सूँ बोले
शाह मियाँ तुराब दकनी
नज़्म
एक रह-गुज़र पर
शबाब जिस से तख़य्युल पे बिजलियाँ बरसेंवक़ार जिस की रफ़ाक़त को शोख़ियाँ तरसें