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ना'त-ओ-मनक़बत
फ़ख़्र-ए-रुसुल से साहिब-ए-जूद-ओ-सख़ा से हैबुनियाद दीन-ए-हक़ की रसूल-ए-ख़ुदा से है
इल्तिफ़ात अमजदी
ना'त-ओ-मनक़बत
शहंशाह-ए-’अदन का साहिब-ए-तफ़रीद का सदक़ाहुसैन इब्न-ए-मो’इज़ का नौशा-ए-तौहीद का सदक़ा
शाह क़सीमुद्दिन फ़िरदौसी
शे'र
निकल कर ज़ुल्फ़ से पहुँचूँगा क्यूँकर मुसहफ़-ए-रुख़ परअकेला हूँ अँधेरी रात है और दूर मंज़िल है
अकबर वारसी मेरठी
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सूफ़ी कहानी
एक साहिब-ए-दिल का ख़्वाब में कुतिया के पेट में से बच्चों की आवाज़ सुनना- दफ़्तर-ए-पंजुम
एक शख़्स चिल्ले में था।ख़्व्वाब में देखा कि एक कुतिया हामिला है। ये रास्ते से चला
रूमी
सूफ़ी लेख
आस्ताना-ए-ख़्वाजा ग़रीब-नवाज़ में ख़ुद्दाम साहिब-ज़ादगान, सय्यिद-ज़ादगान औलाद-ए-हज़रत ख़्वाजा सय्यिद फ़ख़्रुद्दीन गर्देज़ी
आतिफ़ काज़मी
सलाम
सुलतान नाजीबुर्रहमान
शबद
उलटमासी - जिंदड़ी दा साहिब बेली वे
जिंदड़ी दा साहिब बेली वेजिंदड़ी दा साहिब बेली वे
तुलसी साहिब हाथरस वाले
दोहरा
साहिब जी सुल्तान जी तुम बड़े गरीब-नवाज
साहिब जी सुल्तान जी तुम बड़े गरीब-नवाजअपना कर के राखियो सो हाथ गहे की लाज
अज्ञात
बैत
साहिब-ए-नज़राँ 'इश्क़' मिरा नाम है मशहूर
साहिब-ए-नज़राँ 'इ'श्क़' मिरा नाम है मशहूरगो आँखों से पोशीदा हूँ पर दिल से 'अयाँ हूँ
ख़्वाजा रुक्नुद्दीन इश्क़
ना'त-ओ-मनक़बत
मा’दिन-ए-हिल्म-ओ-हया हज़रत-ए-ग़ौसुस्सक़लैनमख़्ज़न-ए-जूद-ओ-सख़ा हज़रत-ए-ग़ौसुस्सक़लैन
अज्ञात
ना'त-ओ-मनक़बत
पैकर-ए-ख़लक़-ओ-मोहब्बत हैं शह-ए-तेग़-ए-अ’लीसाहब-ए-किरदार-ओ-सीरत हैं शह-ए-तेग़-ए-अ’ली
ज़फ़र अंसारी ज़फ़र
ना'त-ओ-मनक़बत
रौनक़-ए-शान-ए-बे-निशाँ नाम-ओ-निशाँ में भी आजे़ब-ए-फ़िज़ा-ए-ला-मकाँ अब तो मकाँ में भी आ