आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "सोचो"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "सोचो"
पद
काहे बैठे मूरत हो टुक सोचो अपने मन में
काहे बैठे मूरत हो टुक सोचो अपने मन मेंख़ाक से जिस ने क्या किया है जान दिया है तन में
कवि दिलदार
सूफ़ी लेख
सूफ़ी क़व्वाली में महिलाओं का योगदान
सोचो तो यही शेवा-ए -अर्बाब-ए-वफ़ा हैक़व्वाल प्यारी जान अजमेरवाली
सुमन मिश्रा
अन्य परिणाम "सोचो"
ना'त-ओ-मनक़बत
सोचो तो कभी निस्बत-ए-रहमत के नताएजतस्लीम कि हम लोगों में अच्छा नहीं कोई
ख़ालिद मह्मूद नक़्श्बंदी
कलाम
क़मर जलालवी
ग़ज़ल
वफ़ा की राह में बदनाम दोनों क्यूँ हुए सोचोवफ़ा की राह छोड़ी है कभी तुम ने कभी हम ने
अज़ीज़ वारसी देहलवी
पद
ख़ौज़ किया तो देखा हम ने दौरे फ़लक का अजब है हाल
किसी को घर घर भीख मंगाया किसी को बख़्शा दौलत मालसोचो तो 'दिलदार' ज़रा है हौरे फ़लक में भरा ज़वाल
कवि दिलदार
ग़ज़ल
अभी तो सिर्फ़ ता'बीरें ही महँगी हैं यहाँ 'अकबर'ये सोचो ख़्वाब भी हो जाएँ गर महँगे तो क्या होगा
जलाल अकबर
कलाम
ये न सोचो कि कहाँ है मिरे 'आशिक़ का मज़ारपहले देखो कि ये तुर्बत तह-ए-पा किस की है
मिर्ज़ा अश्क लखनवी
कलाम
तुम्हारी बे-रुख़ी इक दिन हमारी जान ले लेगीक़सम तुम को ज़रा सोचो कि दस्तूर-ए-वफ़ा क्या है