आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "reza-haa-e-dil"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "reza-haa-e-dil"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "reza-haa-e-dil"
विषय
दिल
दिल
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "reza-haa-e-dil"
ना'त-ओ-मनक़बत
शर्फ़-ए-मआब ऐ आ'ली वक़ार तेग़-ए-अ’लीतुम्हारे फ़क़्र पे शाही निसार तेग़-ए-अ’ली
वासिफ़ रज़ा वासिफ़
ग़ज़ल
मेरे दिल में क्यूँ ख़याल-ए-कूचा-ए-दिल-बर न होबुलबुल-ए-आवारा को याद-ए-चमन क्यूँ-कर न हो
रज़ा फ़िरंगी महल्ली
ना'त-ओ-मनक़बत
हयात-अफ़्ज़ा निगार-ए-शहर-ए-सरकार-ए-मदीना हैसहाब-ए-रहमत-ए-बारी यहाँ हर दम बरसता है
वासिफ़ रज़ा वासिफ़
ना'त-ओ-मनक़बत
मत्मह-ए-अहल-ए-विला है सूरत-ए-तेग़-ए-अ’लीक़ाबिल-ए-मदह-ओ-सना है सीरत-ए-तेग़-ए-अ’ली
वासिफ़ रज़ा वासिफ़
ना'त-ओ-मनक़बत
बरतर क़ियास-ओ-फ़िक्र से है ए’तिला-ए-ग़ौसफिर छोटे मुँह से कैसे बयाँ हो सुनिए ग़ौस
वासिफ़ रज़ा वासिफ़
ना'त-ओ-मनक़बत
मुस्लिम है जहाँ में रुतबा-ए-आ’ली क़तादा काशुजाअ'त में नहीं मिलता कोई सानी क़तादा का
वासिफ़ रज़ा वासिफ़
शे'र
तैरता है फूल बन कर बह्र-ए-ग़म में दिल मिराकिस तरह डूबे वो कश्ती जिसमें कुछ लंगर न हो
रज़ा फ़िरंगी महल्ली
शे'र
तैरता है फूल बन कर बह्र-ए-ग़म में दिल मिराकिस तरह डूबे वो कश्ती जिसमें कुछ लंगर ना हो
रज़ा फ़िरंगी महल्ली
कलाम
सँभल ऐ दिल किसी का राज़ बे-पर्दा न हो जाएये दीवानों की महफ़िल है कोई रुस्वा न हो जाए
अमीर बख़्श साबरी
ना'त-ओ-मनक़बत
तख़य्युल से वरा है इज़्ज़-ओ-जाह-ए-मुफ़्ती-ए-आ’ज़मनिशान-ए-औज-ओ-रिफ़अ’त है कुलाह-ए-मुफ़्ती-ए-आ’ज़म
वासिफ़ रज़ा वासिफ़
ना'त-ओ-मनक़बत
नज़र में ताब हो तो देखो ताजदार का रंगअ'याँ है ताज-ए-फ़तर्ज़ा से इफ़्तिख़ार का रँग