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सूफ़ी लेख
ईद वाले ईद करें और दीद वाले दीद करें
सब से हुए वो सीना-ब-सीना हम से मिलाया ख़ाली हाथई’द के दिन जो सच पूछो तो ईद मनाई लोगों ने
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
ज़िक्र-ए-ख़ैर : हज़रत शाह अकबर दानापुरी
आपने ज़िंदगी भर किसी से क़र्ज़ ना लिया मगर लोगों को क़र्ज़ –ए-हसना दिया करते थे
रय्यान अबुलउलाई
सूफ़ी लेख
समर्थ गुरु रामदास- लक्ष्मीधर वाजपेयी
अर्थात् भिक्षा एक बहुत ही निर्भय स्थिति है। भिक्षा से ही निःस्पृहता प्रकट होती हैं, और
माधुरी पत्रिका
सूफ़ी लेख
सन्तरण कृत गुरु नानक विजय - जयभगवान गोयल
आवागमन और कर्मफल में भी सन्तरेण को विश्वास है। उनका कथन है कि आवागमन से मुक्ति
हिंदुस्तानी पत्रिका
सूफ़ी लेख
रसखान के वृत्त पर पुनर्विचार
रसखान के जीवनवृत्त पर सर्वप्रथम प्रकाश डालने का श्रेय श्री किशोरीलाल गोस्वामी को है। वे रसखान
कृष्णचन्द्र वर्मा
सूफ़ी लेख
रसखान के वृत्त पर पुनर्विचार - कृष्णचन्द्र वर्मा
रसखान के जीवनवृत्त पर सर्वप्रथम प्रकाश डालने का श्रेय श्री किशोरीलाल गोस्वामी को है। वे रसखान
हिंदुस्तानी पत्रिका
सूफ़ी लेख
अस्मारुल-असरार - डॉक्टर तनवीर अहमद अ’ल्वी
बहुत से समार ऐसे हैं जिनके आख़िर में फ़क़त भी लिखा हुआ मिलता है जिससे ये
सूफ़ीनामा आर्काइव
सूफ़ी लेख
गुरु बाबा नानक जी - अ’ल्लामा सर अ’ब्दुल क़ादिर
“रहम को मस्जिद बना ईमान और सच्चाई की जा-नमाज़ ले,इंसाफ़ को अपनी मुक़द्दस किताब समझ,मीठा चलन
मुनादी
सूफ़ी लेख
हज़रत शैख़ बुर्हानुद्दीन ग़रीब
ग़िज़ा:ऊपर ज़िक्र आया है कि तीस साल तक दाऊदी रेज़े रखे । इफ़्तार कभी सिर्फ़ पानी,