Font by Mehr Nastaliq Web
Sufinama

सूफ़ी साहित्य

सूफ़ी अदब जो नस्र और शायरी दोनों पर मुश्तमिल है, ये इक़दार तसव्वुफ़ में अक़्ल-ओ-हुस्न , इन्साफ़-ओ-मुहब्बत और तालीम-ओ-तर्बीयत का हिस्सा हैं, तसव्वुफ़ उसी ख़ैर की तरफ़ मुतवज्जा करता है।

1614 -1681

मुग़लिया सल्तनत के बादशाह शाहजहाँ की साहिबज़ादी और सूफ़ी ख़ातून, मुसन्निफ़ा शाइ’र

1615 -1659

मुग़्लिय्या सल्तनत के बादशाह शाहजहाँ और मलिका मुमताज़ के बड़े साहिबज़ादे जिन्हों ने सूफ़ियाना रिवायत को मज़ीद जिला बख़्शी, उनके तअ’ल्लुक़ात सिखों के गुरुओं से निहायत ख़ुश-गवार थे

1080 -1131/41

मशहूर ग़ज़ल-गो शाइ’र और फ़लसफ़ी

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए