दारा शिकोह के सूफ़ी साहित्य
मज्म 'उल् बह्रैन
मज्म'उल बह्रैन बिस्मिल्लाहिर रहमानिर्रहीम ब-नाम-ए-आँ कि ऊ नामे न-दारद ब-हर नामे कि ख़्वानी सर बर-आरद हम्द-ए-मौफ़ूर यगानः-ए-रा कि दो ज़ुल्फ़-ए-कुफ़्र-ओ-इस्लाम कि नुक़्तए-मुक़ाबिल बहम अंद,बर चेहरः-ए-ज़ेबा-ए-बे-मिस्ल-ओ-नज़ीर-ए-ख़्वेश ज़ाहिर गर्दानीद