Sufinama

सूफ़ी लेख

सूफ़ियों के ताल्लुक़ से बेहतरीन और दिलकश मज़ामीन का मजमूआ पेश-ए-ख़िदमत है।

1974

शोधकर्ता और शायर, अपनी नज़्म "सोचने पे पहरा है" के लिए मशहूर/ प्रोफ़ेसर जेएनयू

1995

ख़ानक़ाह-ए-बल्ख़िया फ़िदोसिया, फ़तूहा के सज्जादा-नशीं के साहब-ज़ादे

वंशानुगत ख़ादिम ख़्वाजा गरीब नवाज़, अजमेर

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

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