भारत के शायर और अदीब
कुल: 780
मुज़्तर ख़ैराबादी
हिन्दुस्तान के मा’रूफ़ ख़ैराबादी शाइ’र और जाँ-निसार अख़तर के पिता
मुज़य्यब अकबराबादी
मुज़फ़्फ़र हुसैन किछौछवि
- जन्म : कछौछा शरीफ़
- निवास : कछौछा शरीफ़
- Shrine : कछौछा शरीफ़
मुज़फ़्फ़र अली शाह
मय-कश अकबराबादी के जद्द-ए-अमजद
मुस्तफ़ा रज़ा ख़ान
मुस्तफ़ा ख़ाँ शेफ़्ता
“गुलशन-ए-बे-खार” का मुसन्निफ़
मुस्लिम बनारसी
मुंशी अमीरुल्लाह तस्लीम
हसरत मोहानी के उस्ताद-ए-मोहतरम
मुनव्वर लखनवी
रामायण, भगवत गीता, और दूसरे बहुत से मज़हबी व ग़ैर मज़हबी पाठों का छन्दोबद्ध व गयात्मक अनुवाद करने के लिए प्रसिद्ध
मुनव्वर अली ख़ान
मुल्ला ग़व्वासी
मुजीबुलहक़ कमाली
सिमला गया का एक सूफ़ी शाइ’र जिसका सिलसिला-ए-तलम्मुज़ ग़ालिब से मिलता है
- जन्म : फुलवारी शरीफ़
- निवास : फुलवारी शरीफ़
- Shrine : फुलवारी शरीफ़
मोहम्मद शाह रंगिला
मुहम्मद अशरफ़ जिलानी
- जन्म : कछौछा शरीफ़
- निवास : कछौछा शरीफ़
- Shrine : कछौछा शरीफ़
मुबीन उस्मानी
मुबारक हुसैन मुबारक
अ’ज़ीमाबाद के मशहूर रईस और वहीद इलाहाबादी के शागिर्द-ए-रशीद
मुबारक अली बिलग्रामी
मोनिस लखनवी
मोमिन ख़ाँ मोमिन
ग़ालिब और ज़ौक़ के समकालीन। वह हकीम, ज्योतिषी और शतरंज के खिलाड़ी भी थे। कहा जाता है मिर्ज़ा ग़ालीब ने उनके शेर ' तुम मेरे पास होते हो गोया/ जब कोई दूसरा नही होता ' पर अपना पूरा दीवान देने की बात कही थी।
मोहसिन काकोरवी
ना’त कहने वाला एक अ’ज़ीम शाइ’र जिसे हस्सान-ए-वक़्त के लक़ब से याद किया जाता था
मिर्ज़ा क़ादिर बख़्श साबिर
- जन्म : शाहजहाँपुर
- निवास : पटना
- Shrine : पटना
मिर्ज़ा मज़हर जान-ए-जानाँ
दिल्ली के मा’रूफ़ नक़्शबंदी मुजद्ददी बुज़ुर्ग और मुमताज़ सूफ़ी शाइ’र
मिर्ज़ा मज़हर जान-ए-जानाँ
मिर्ज़ा ग़ालिब
महान शायर/विश्व-साहित्य में उर्दू की आवाज़/सब से अधिक लोकप्रिय सुने और सुनाए जाने वाले अशआर के रचयिता