लखनऊ के शायर और अदीब
कुल: 49
मुनव्वर लखनवी
रामायण, भगवत गीता, और दूसरे बहुत से मज़हबी व ग़ैर मज़हबी पाठों का छन्दोबद्ध व गयात्मक अनुवाद करने के लिए प्रसिद्ध
आरज़ू लखनवी
मुख़्तलिफ़ ख़ूबियों वाला एक अ’ज़ीम शायर
अमीर मीनाई
दाग़ देहलवी के समकालीन। अपनी ग़ज़ल ' सरकती जाए है रुख़ से नक़ाब आहिस्ता आहिस्ता ' के लिए प्रसिद्ध हैं।
हाजी वारिस अ’ली शाह के मुरीद और लखनऊ के शाइ’र-ए- मश्शाक़
असद अली ख़न क़ल्क़
अवध के आख़िरी नवाब वाजिद अली शाह के प्रमुख दरबारी और आफ़ताबुद्दौला शम्स-ए-जंग के ख़िताब से सम्मानित शाएर
असलम लखनवी
बासित बिसवानी
बिस्मिल लखनवी
फ़क़ीर मोहम्मद गोया
नासिख़ के शिष्य, मराठा शासक यशवंत राव होलकर और अवध के नवाब ग़ाज़ी हैदर की सेना के सदस्य
फ़ज़ली अमेठवी
हनीफ़ अख़गर
- जन्म : मलिहाबाद
- निवास : संयुक्त राज्य अमेरिका
जलाल लखनवी
जोश मलीहाबादी
- जन्म : लखनऊ
- निवास : लखनऊ
- Shrine : इस्लामाबाद
उर्दू अबद के नाम-वर और क़ादिरुल-कलाम शाइ’र
कशफ़ी लखनवी
ख़वाजा वज़ीर लखनवी
मे’राज लखनवी
मुंशी अमीरुल्लाह तस्लीम
हसरत मोहानी के उस्ताद-ए-मोहतरम
नदीम लखनवी
नजीब लखनवी
फ़िरंगी महल के आ’लिम-ए-दीन और ख़्वाजा अ’ज़ीज़ लखनवी के शागिर्द-ए-अ’ज़ीज़
नातिक़ लखनवी
लखनऊ के मा’रूफ़ अदीब, शाइ’र और मुसन्निफ़
क़ातिल अजमेरी
रज़ा फ़िरंगी महल्ली
फ़िरंगी महल्ली लखनऊ के आ’लिम-ए-दीन
“अफ़्साना आ’शिक़-ए-दिल-गीर उ’र्फ़ शीरीं फ़र्हाद बित्तस्वीर के मुसन्निफ़।
शैदा वारसी
हाजी वारिस अ’ली शाह के जाँ-निसार मुरीद
शम्शाद लखनवी
हज़रत आसी ग़ाज़ीपुरी के तिल्मीज़-ए-रशीद और मदरसा चश्मा-ए-रहमत ग़ाज़ीपुर के सद्र मुदर्रिस