आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "बेहोश"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "बेहोश"
ग़ज़ल
पी कर शराब-ए-शौक़ कूँ बेहोश हो बेहोश होजियूँ ग़ुंचा लब कूँ बंद कर ख़ामोश हो ख़ामोश हो
सिराज औरंगाबादी
सूफ़ी कहानी
एक चमड़ा रंगने वाले का अ’त्तारों के बाज़ार में बेहोश होना
अस्ल में वो समझ गया था कि इस के दिमाग़ की एक एक रग में बदबू
रूमी
ना'त-ओ-मनक़बत
वही बेहोश है जो आप का मस्ताना नहींख़ुद वो दीवाना है जो आप का दीवाना नहीं
ख़्वाजा अज़ीज़ुल हसन मज्ज़ूब
अन्य परिणाम "बेहोश"
दोहरा
रुक्खां पौन परिन्दां डिठी
होत बेहोश सस्सी दे हालों, उन ज़हर थलां विच पीती ।हाशम किस किस नाल न कीती, इस ब्रेहों बिदरद अनीती ।