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सूफ़ी लेख
बिहार के प्रसिद्ध सूफ़ी शाइर – शाह अकबर दानापुरी
मुझको है नाज़ तुझ पर मैं हूँ ग़ुलाम तेरामदार बख़्श ख़ाँ बिहार के एक कामयाब और
सुमन मिश्र
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ख़्वाजा क़ुतुबुद्दीन बख़्तियार काकी
ये बड़े लोगों की बड़ी बात थी।हम सबकी दुआ’ तो रहे कि अल्लाह तआ’ला ने हुज़ूर
ख़्वाजा हसन सानी
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बिहार के प्रसिद्ध सूफ़ी : मख़दूम मुनएम पाक
पटना हर ज़माने में सूफ़ियों और संतों का बड़ा केंद्र रहा है। यहाँ बड़े-बड़े सूफ़ियों की
रय्यान अबुलउलाई
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ज़िक्र-ए-ख़ैर : ख़्वाजा अमजद हुसैन नक़्शबंदी
अमजद हुसैन इब्न लतीफ़ अली इब्न लुत्फ़ अली (नवासा हज़रत इश्क़) इब्न मोहम्मद मोहसिन अली इब्न
रय्यान अबुलउलाई
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पीर नसीरुद्दीन ‘नसीर’
मेरा ख़्याल है कि वो इस दौर के सबसे बड़े और कामयाब सज्जादा-नशीं गुज़रे हैं, जिन्होंने
रय्यान अबुलउलाई
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अमीर ख़ुसरो की सूफ़ियाना शाइ’री - डॉक्टर सफ़्दर अ’ली बेग
जिस किसी को मिन-जानिबिल्लाह नज़र की पार्साई अ’ता हो गई हो उसे मा’शूक़ों के रुख़्सार को
फ़रोग़-ए-उर्दू
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सन्यासी फ़क़ीर आंदोलन – भारत का पहला स्वाधीनता संग्राम
विद्रोहियों के कार्यकलापों और उनके साथ किसानों के सहयोग को बढ़ता देख गवर्नर होस्टिंग्स ने घोषणा
सुमन मिश्र
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अमीर ख़ुसरो - तहज़ीबी हम-आहंगी की अ’लामत - डॉक्टर अनवारुल हसन
कृष्ण जी कहते हैं कि जो लोग तुम्हें तकलीफ़ पहुंचाते हैं और तुमसे नफ़रत करते हैं