डॉ. शमीम मुनएमी के सूफ़ी लेख
तज़्किरा हज़रत मीर सय्यद अली मंझन शत्तारी राजगीरी
हज़रत इमाम हसन के वंश में से एक सूफ़ी हज़रत मीर सय्यद मोहम्मद हसनी बग़दाद से ख़ुरासान और ख़ुरासान से भारत आए और यहीं बस गए। आप का सिलसिला इस तरह हज़रत इमाम हसन से जा कर मिलता है- मीर सय्यद इमाद-उद्दीन हसनी बिन ताज-उद्दीन बिन मोहम्मद बिन अज़ीज़-उद्दीन
तज़्किरा हज़रत शाह तेग़ अली
मशाइख़-ए-सिलसिला–ए-‘आलिया क़ादरिया में हज़रत सूफ़ी शाह आबादानी सियालकोटी रहमतुल्लाह ‘अलैह (18रबी–अल-सानी1220 ) की शख़्सियत भी काफ़ी अहमियत की हामिल है। अवाख़िर-ए-बारहवीं सदी हिज्री से अवाइल-ए-तेरहवीं सदी हिज्री तक आपका फ़ैज़ान शुमाली हिंद में ‘आम था। हज़रत सय्यदना
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere