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फ़ारसी सूफ़ी कवि
फ़ारसी सूफ़ी कवि
पूरा नाम अबुल हसन यमीन-उद्दीन अमीर ख़ुसरो। उर्दू- हिन्दवी के पहले शाइर| प्रसिद्ध चिश्ती संत हज़रत निजामुद्दीन औलिया के शागिर्द । फ़ारसी, संस्कृत, उर्दू, हिन्दवी और कई भारतीय प्रांतीय भाषाओँ पर भी अधिकार था । संगीत के मर्मज्ञ और कई रागों तथा साज़ों जैसे तबला और सितार का अविष्कार किया । क़व्वाली इनके समय में ही आम हुई और सूफ़ी महफ़िलों में इसका चलन शुरू हुआ । कई हिन्दवी गीत लिखे जो आज भी जन-मानस में प्रचलित हैं ।
1253 -1325
पटियाली
1048 -1131
खोरासान
1141 -1209
गांजा
1250 -1320
शब्सतर
1145 -1220/21
निशापुर
1184 -1291/92
शिराज
1080 -1131/41
ग़ज़नी
1325/26 -1389/90
शिराज