संपूर्ण
ग़ज़ल42
शे'र10
ई-पुस्तक6
वीडियो4
परिचय
कलाम15
ब्लॉग2
फ़ारसी कलाम6
सूफ़ी पत्र2
बैत2
ना'त-ओ-मनक़बत2
बसंत3
होली18
गीत50
शाह तुराब अली क़लंदर के ना'त-ओ-मनक़बत
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere